उत्तराखंड (Airforce Help In Forest Fire) में जंगलों में आग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग कड़ी मशक्कत कर रहा है। आप बता दें कि कुमाऊं के जंगलों में आग पर काबू पाया नहीं जा रहा है जिसके चलते भाग बुझाने के लिए वन विभाग के द्वारा सेना की मदद ली जा रही है वायुसेना के हेलीकॉप्टर आग बुझाने में जुट गए हैं जो नैनीताल झील और भीमताल से पानी भरकर आग बुझा रहे हैं।
उत्तराखंड में जंगलों के आज के मामले लगातार बढ़ रहे हैं कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक जंगल आज की लपेट में आ रहे हैं। कुमाऊं में सबसे ज्यादा आग की घटनाएं सामने आ रही हैं। आलम यह है कि कुमाऊं में बीते 24 घंटे में लगभग 50 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आई है। अब आग को बुझाने के लिए वायु सेना की मदद दी जा रही है। Airforce Help In Forest Fire
2 बजे तक बंद रहा नैनी झील में नौकायन | Airforce Help In Forest Fire
वन विभाग के द्वारा वायु सेना की मदद लिए जाने के बाद वायु सेना के हेलीकॉप्टर शनिवार की सुबह से ही आग बुझाने में जुट गए हेलीकॉप्टर भीमताल झील और नैनी झील से पानी भरकर नैनीताल के जंगलों में लगी आग को बुझा रहे हैं। इसके बारे में जानकारी देते हुए वन क्षेत्र अधिकारी विजय मल कहानी ने बताया कि कुमाऊं के जंगलों में लगी आग बुझाने के लिए वायु सेवा के हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है।
वायु सेना के द्वारा हेलीकॉप्टर नैनी झील और भीमताल से पानी भरकर जंगलों में आग बुझाने के कारण नैनी झील में 2:00 तक नौकायन बंद रहा। इसके बारे में जानकारी देते हुए वन क्षेत्र अधिकारी विजय मल कहानी ने बताया कि अभी तक तीन बार झील से पानी भरकर जंगलों में लगी आग पर पानी डाला गया है।
करोड़ की वन संपदा जलकर हुई खाक | Airforce Help In Forest Fire
साथ ही उन्होंने बताया कि वन विभाग के अधिकारी भी आग बुझाने में लगे हुए हैं अब तक भीमताल, पॉइंस ,रानीबाग, सातताल, बेतालघाट और रामगढ़ के जंगलों की वन संपदा को जंगलों में आग लगने के कारण भारी नुकसान पहुंचा है। करोड़ों की वन संपदा जलकर खाक हो गई है। आपको बता दें कि झीलों से हेलीकॉप्टर पानी भर रहे हैं जिसके कारण नैनी झील में 2:00 तक नौकायन बंद रहा। Airforce Help In Forest Fire
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