Attachment Conflict In education Department: उत्तराखंड शिक्षा विभाग में अटैचमेंट के मुद्दे पर एक बार फिर विवाद उठ खड़ा हुआ है। शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने इस मामले में शिक्षकों की रिपोर्ट तलब की है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विभाग इस समस्या को गंभीरता से ले रहा है।
अटैचमेंट का मामला
शिक्षा विभाग में शिक्षकों के अटैचमेंट का मुद्दा उस समय तूल पकड़ता है जब शिक्षकों द्वारा पहाड़ों या दुर्गम क्षेत्रों में सेवा देने की दावों की सच्चाई सामने आती है। हाल के दिनों में शिक्षकों द्वारा अटैचमेंट लेने की प्रवृत्ति ने विभाग की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं।
अभिषेक भट्ट का कदम
अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष अभिषेक भट्ट ने इस स्थिति को और गंभीरता से लेते हुए, अपने दो महीने के अटैचमेंट को समाप्त करने की मांग की। उन्होंने शिक्षा महानिदेशक से मिलकर सभी शिक्षकों के अटैचमेंट को छात्रहित में निरस्त करने की अपील की। इस कदम ने विभाग में हलचल मचा दी है।
अटैचमेंट के आंकड़े
विभाग में अटैचमेंट से जुड़े आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं:
- 46 प्रवक्ता: अपने मूल स्कूल से दूसरी जगह अटैचमेंट पर हैं।
- 76 एलटी संवर्ग के शिक्षक: अपने मूल विद्यालय छोड़कर दूसरी जगह अटैचमेंट पर हैं।
- 200 प्राइमरी शिक्षक: भी इसी स्थिति में हैं।
- 300 मिनिस्टर संवर्ग के कर्मचारी: अपने मूल स्थान से अटैच हैं।
हड़कंप का माहौल
अटैचमेंट के विवाद के चलते उन शिक्षकों और कर्मचारियों में भी चिंता है जो अपने मूल स्थान से अटैचमेंट पर सेवाएं दे रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक लीलाधर व्यास ने कहा है कि सभी अटैचमेंट मामलों का रिव्यू किया जा रहा है। विभाग इस विश्लेषण के बाद उचित निर्देश जारी करेगा।
यह स्थिति न केवल शिक्षा विभाग के भीतर अंतर्विरोध को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि शिक्षकों के मूल स्थान पर रहने की नीतियों में सुधार की आवश्यकता है। शिक्षा मंत्री और विभाग के अधिकारियों के प्रयासों से उम्मीद की जा रही है कि इस मुद्दे का समाधान जल्दी निकाला जाएगा, जिससे शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और गुणवत्ता बनी रहे।
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