Badrinath Kapat Closing Process Start: आज 13 नवंबर को पंच पूजा के साथ ही बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी आपको बता दें कि चार धामों में केदारनाथ यमुनोत्री और गंगोत्री धर्मों के कपाट बंद हो चुके हैं। चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम के कपाट परंपराओं के अनुसार आज बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। परंपराओं के अनुसार पहले कपाट बंद करने की प्रक्रिया के पहले दिन धाम में स्थित गणेश जी के मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे। इसके बाद दूसरे दिन आदि केदार ईश्वर मंदिर और आदि शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद होंगे।
आपको बता दें कि बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होने हैं जिसकी प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है धाम में आज सुबह भगवान गणेश की पूजा अर्चना हुई जिसके बाद आज शाम गणेश मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगेI आपको बता दें की कपाट बंद करने के दूसरे दिन 14 नवंबर को बद्रीनाथ मंदिर के सामने स्थित आदि केदारेश्वर मंदिर और आदि शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे जबकि तीसरे दिन यानी 15 नवंबर को खड़क पुस्तक बंद हो जाएगी और इसी के साथ ही वेद रचनाओं का वचन बंद हो जाएगा।
दर्शन करने केदारनाथ धाम पहुंचे सीएम धामी
बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद करने के चौथे दिन यानी 16 नवंबर को माता लक्ष्मी को कढ़ाई भोग चढ़ाया जाएगा 16 नवंबर को ही बद्रीनाथ धाम के रावल अमरनाथ नंबूदरी स्त्री वेश धारण करेंगे। स्त्री वेश धारण करने के बाद रावल लक्ष्मण मंदिर जाएंगे और माता लक्ष्मी को भगवान बद्री विशाल के साथ गर्भ गृह में विराजमान होने का न्योता देंगे। इसके बाद 17 नवंबर को भगवान बद्री विशाल के साथ माता लक्ष्मी के विराजमान होने के बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू होने के अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ पहुंचे, जहां उन्होंने बद्रीनाथ धाम में पूजा अर्चना और बाबा बद्री के दर्शन किए साथ ही उन्होंने वहां पहुंचे भक्त जनों से भी मुलाकात की।