केदारनाथ विधानसभा में आदर्श आचार संहिता लागू, 20 नवंबर को होगी वोटिंग……

Kedarnath Vidhansabha Update

Kedarnath Vidhansabha Update: उत्तराखंड के केदारनाथ में आदर्श आचार संहिता लागू। 20 नवंबर को केदारनाथ विधानसभा सीट पर की जाएगी वोटिंग। चुनाव आयोग द्वारा बड़ी घोषणा आपको बता दे आज उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। इसके बाद आयोग द्वारा केदारनाथ विधानसभा में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार आज चुनाव आयोग द्वारा पत्रकार वार्ता के दौरान इसकी घोषणा की गई। 29 अक्टूबर से होगी नामांकन प्रक्रिया बड़ी खबर यह है कि केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को वोटिंग की जाएगी। साथ ही 23 नवंबर को मतगणना शुरू होगी। इसी के साथ 29 अक्टूबर से नामांकन और 4 नवंबर तक नाम वापसी का मौका भी दिया जाएगा। यह भी पढ़ें गौचर में 2 समुदायों के बीच विवाद के बाद धारा 163 लागू, व्यापारियों ने निकाला जुलूस…..

गौचर में 2 समुदायों के बीच विवाद के बाद धारा 163 लागू, व्यापारियों ने निकाला जुलूस…..

Section 163 Imposed in Chamoli

Section 163 Imposed in Chamoli: उत्तराखंड के चमोली जिले में लगाई गई धारा 163। दो अलग-अलग समुदाय के युवकों के बीच हुई मारपीट। दो समुदायों के बीच हुई झड़प आपको बता दे उत्तराखंड के चमोली जिले के गौचर में सामुदायिक विवाद छिड़ गया, इसके बाद दो युवकों के बीच मारपीट का मामला सामने आ रहा है। जानकारी के अनुसार मारपीट करने वाले दोनों युवक अलग-अलग समुदाय के बताए जा रहे हैं।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराने की कोशिश की। धारा 163 हुई लागू धीरे-धीरे यह खबर पूरे बाजार में फैल गई जिसके बाद लोग काफी आक्रोश में दिखाई दिए। आपको बता दे कुछ लोगों द्वारा दुकानों में तोड़फोड़ भी की गई, जिसके बाद बाजार में दुकान बंद हो गई और धरना प्रदर्शन भी शुरू हो गया। इस घटना की जानकारी पाकर व्यापारी जुलूस निकालने लग गए हैं जिसमें कर्णप्रयाग, थराली के बाद गौचर में भी विवाद शुरू हो गया है।मामले की गंभीरता को देखते हुए विवादित क्षेत्र में धारा 163 लगा दी गई है। साथ ही दोनों युवकों को मेडिकल के लिए अस्पताल भी ले जाया गया है। यह भी पढ़ें देहरादून में वायु वीरों द्वारा शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि, वायु वीर कार रैली पहुंची राजधानी……

देहरादून में वायु वीरों द्वारा शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि, वायु वीर कार रैली पहुंची राजधानी……

Indian Air Force Pay Tribute

Indian Air Force Pay Tribute: उत्तराखंड के देहरादून शहर में वायु वीर कार रैली के सदस्य शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह बने मुख्य अतिथि। भारतीय वायु सेना द्वारा की जा रही रैली आपको बता दे कल भारतीय वायु सेना और उत्तराखंड युद्ध स्मारक की संयुक्त कार रैली सियाचिन, लेह, श्रीनगर से होते हुए देहरादून पहुंची थी। इस आयोजन में मुख्य अतिथि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह द्वारा शहीदों को पुष्प अर्पित किए गए। साथ ही इस दौरान रैली कमांडर विंग कमांडर विजय प्रकाश भट्ट ग्रुप कैप्टन विनय अग्निहोत्री पर्वतारोही एवरेस्ट विजेता करनल अश्विनी पवार मेजर स्वामी सहित 30 वायु वीरों को सम्मानित किया गया। देश की नई पीढ़ी में बढ़ेगा सम्मान जानकारी के अनुसार भारतीय वायु सेना उत्तराखंड युद्ध स्मारक के साथ-साथ कार रैली का आयोजन भी कर रही है। 1 अक्टूबर से यह रैली नई दिल्ली के राष्ट्रीय समर स्मारक से शुरू की गई थी। आपको बता दे यह रैली देश के सभी युवाओं को वायु सेना के प्रति आकर्षित करेगी, साथ ही देश में वायु सेना की महान उपलब्धियां की जानकारी भी युवाओं के लिए जाननी जरूरी है।उत्तराखंड युद्ध स्मारक के संस्थापक और पूर्व राज्यसभा सदस्य तरुण विजय द्वारा जानकारी दी गई की वायु सेवा उत्तराखंड युद्ध स्मारक रैली करीब 7,000 किलोमीटर की यात्रा करेगी। यह भी पढ़ें अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग लाने जा रहा है मोबाइल ऐप की सुविधा, अभ्यर्थियों का होगा लाभ….

अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग लाने जा रहा है मोबाइल ऐप की सुविधा, अभ्यर्थियों का होगा लाभ….

UKPSC Mobile App

UKPSC Mobile App: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की सुविधा के लिए एक मोबाइल ऐप विकसित किया जा रहा है। इस ऐप के माध्यम से अभ्यर्थी अपने मोबाइल पर ही नए भर्ती के विज्ञापन, मोबाइल, एडमिट कार्ड डाउनलोडिंग जैसे कि लाभ का लाभ उठाएं। मोबाइल के बढ़ते उपयोग को देखते हुए लिया निर्णय आपको बता दे आने वाले समय में, आयोग की सभी भर्तियों के आवेदन, एडमिट कार्ड डाउनलोड और अन्य खेलों का कार्य इस ऐप के माध्यम से संभव होगा। अब तक सभी नोटिफिकेशन आयोग की वेबसाइट पर जारी किए गए थे, जहां ऑनलाइन आवेदन, एडमिट कार्ड और उत्तर की भी उपलब्धता थी। लेकिन मोबाइल के बढ़ते उपयोग को देखते हुए आयोग ने यह निर्णय लिया कि एक मोबाइल एप बनाया जाए, जिससे बार-बार वेबसाइट पर जाने की जरूरत न हो। इस ऐप के माध्यम से न केवल नई भर्ती का विज्ञापन देखा जा सकता है बल्कि अंसार की को चुनौती दी जा सकती है। सुरक्षा मानकों का करना होगा पालन आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत की जानकारी के अनुसार, इस आवेदन के विकास के लिए निविदा जारी की जा रही है। ऐप तैयार करने वाली संस्था को सभी सुरक्षा मानकों का पालन करना होगा। आयोग का उद्देश्य यह है कि आदिवासियों को भर्तियों की जानकारी और सरलता से उपलब्ध कराया जाए, ताकि कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी छूट न जाए और उन्हें भर्तियों की अधिसूचना प्राकृतिक रूप से मिलती रहे। यह भी पढ़ें 20 अक्टूबर तक करनी होगी राष्ट्रीय खेल की सभी तैयारी पूरी, तेजी से हो रहा कार्य…..

20 अक्टूबर तक करनी होगी राष्ट्रीय खेल की सभी तैयारी पूरी, तेजी से हो रहा कार्य…..

National Games Preparation 2024

National Games Preparation 2024: उत्तराखंड में किए जाने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए पूरे राज्य भर में तैयारी चल रही है। खेलों की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर तय कर दी गई है। अधिकारियों द्वारा दो शिफ्ट में हो रहा काम आपको बता दे उत्तराखंड में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों की तारीख तय किए जाने के बाद सभी तैयारियां अपने आखिरी दौर पर हैं। जानकारी के अनुसार तैयारी के चलते खेल अधिकारियों की टीम सुबह लगभग 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक दो शिफ्ट में काम कर रहे हैं, साथ ही विशेष प्रमुख सचिव खुद सुबह 9:00 से 2:00 बजे तक की शिफ्ट में मौजूद रहते हैं।कल विशेष प्रमुख सचिव द्वारा महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग रेंज के बचे हुए कार्यों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी तैयारियां अंतिम दौर पर सभी राष्ट्रीय खेलों की तारीख तय होने के साथ तैयारी भी अंतिम दौर में है। आजकल खेल स्टेडियम, मैदान, वॉटर स्पोर्ट्स और इनसे संबंधित संसाधनों की उपलब्धता पर कार्य किया जा रहा है। आपको बता दे खेलों की तैयारी को लेकर लगभग हर घंटे के हिसाब से निगरानी की जा रही है।साथ ही खेल निदेशालय का दावा है कि महाराणा प्रताप कॉलेज की अंतरराष्ट्रीय शूटिंग रेंज अगले 8 दिन तक तैयार हो जाएगी इसके बाद यहां अभ्यास भी शुरू कर दिया जाएगा। यह भी पढ़ें तिरुपति के बाद बद्री केदार धाम में प्रसाद की गुणवत्ता पर एसओपी जारी, कर्मचारियों के लिए नए निर्देश…..

देहरादून में दशहरे पर रहेगा रूट डायवर्ट, जानिए रूट प्लान……

Dehradun Dusshera 2024

Dehradun Dusshera 2024: आज दशहरा पर्व पर देहरादून के परेड ग्राउंड में होने वाले मुख्य कार्यक्रम के लिए कई रूट डायवर्ट किए गए हैं। आज 12:00 से शाम को कार्यक्रम के समाप्ति तक परेड ग्राउंड के चारों ओर रूट डायवर्ट किया गया है। दोपहर से शाम तक रूट डायवर्ट आपको बता दे आज दशहरा पर्व के चलते देहरादून के परेड ग्राउंड के चारों तरफ जीरो जोन बनाया गया है। जिसके चलते 12:00 बजे से शाम तक कई रूट डायवर्ट रहेंगे। परेड ग्राउंड के चारों ओर वाहनों और रेडी के लिए मार्ग प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए कई जगह पार्किंग बनाई गई है। रास्तों पर पुलिस द्वारा बैरियर की व्यवस्था कर रूट डायवर्ट किया गया है। जानिए देहरादून के कौन से रूट रहेंगे डाइवर्ट जानकारी के अनुसार श्री कालिका मंदिर शोभा यात्रा दोपहर 2:00 बजे से शुरू होगी जिसके लिए मोती बाजार, पलटन बाजार, राजपुर रोड, एस्ले हॉल होते हुए यह शोभायात्रा कनक चौक से परेड ग्राउंड पहुंचेगी। विक्रम और मैजिक का यातायात प्लान रूट नंबर 03-परेड ग्राउंड पर चलने वाले दशहरा कार्यक्रम की समाप्ति तक केवल तहसील चौक तक ही आ सकेंगे, जहां से ये दून चौक से एमकेपी चौक होते हुये सीएमआई, धर्मपुर की तरफ जा सकेंगे व इनके तहसील चौक तक आने का रुट पहले की तरह ही रहेगा।रूट नंबर 05– इस रूट पर चलने वाले विक्रम व मैजिक परेड ग्राउंड में कार्यक्रम की समाप्ति तक रेलवे गेट से वापस घुमा दिया जाएंगे।रूट नंबर 08-कार्यक्रम के चलते ये विक्रम व मैजिक रेलवे गेट से ही वापस घुमा दिए जाएंगे।रूट नंबर 02– ये विक्रम और मैजिक पंत रोड स्थित विक्रम स्टैंड से संचालित नहीं होंगे। इस रोड पर संचालित सभी विक्रम को परेड ग्राउंड कार्यक्रम की समाप्ति तक सह्रसधारा क्रॉसिंग से वापस मोड़ दिया जाएगा। सिटी बसों का प्लान -परेड ग्राउंड से चलने वाली कैंट राजपुर रोड बस सेवा इस अवसर पर राजपुर रोड ओरिएंट चौक स्थित पैट्रोल पंप के पास से संचालित की जा सकेंगी। किसी भी स्थिति में ये बसें कनक चौक की तरफ नहीं आएंगी।-क्लेमेंटटाउन से राजपुर रोड कुठाल गेट चलने वाली यह सेवा पंत रोड लैंसडाउन की तरफ न जाकर दर्शनलाल चौक से घंटाघर होते हुए राजपुर रोड कुठाल गेट तक जाएंगी व वापसी का रूट भी यही रहेगा।-रायपुर रोड मालदेवता सहस्रधारा रोड बस सेवा चूना भट्टा से संचालित की जाएंगी। सर्वे चौक पर सवारी उतारकर वापस रायपुर रोड चूना भट्टा जा सकेंगी। यह भी पढ़ें मुख्यमंत्री धामी ने आज अपने परिवार के साथ किया कन्या पूजन, हिंदू धर्म में है बड़ी मान्यता…..

मुख्यमंत्री धामी ने आज अपने परिवार के साथ किया कन्या पूजन, हिंदू धर्म में है बड़ी मान्यता…..

Navratri Kanya Pujan 2024

Navratri Kanya Pujan 2024: आज नवरात्रि की नवमी तिथि पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की गई। पूरे विधि विधान के साथ मुख्यमंत्री द्वारा माता की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री धामी ने किया कन्या पूजन आपको बता दे आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने परिवार के साथ नवरात्र के नौवें दिवस पर अष्ट सिद्धियों की दात्री मां सिद्धिदात्री की आराधना की। हिंदू शास्त्रों में नवरात्रि पर अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन करने का बड़ा महत्व होता है।पूजा के दौरान उन्होंने कहा कि आदिशक्ति मां भगवती सभी प्रदेशवासियों का कल्याण करें और उन्हें सुख, शांति के साथ समृद्धि प्रदान करें, ऐसी वह कामना करते हैं। यह भी पढ़ें तिरुपति के बाद बद्री केदार धाम में प्रसाद की गुणवत्ता पर एसओपी जारी, कर्मचारियों के लिए नए निर्देश…..

तिरुपति के बाद बद्री केदार धाम में प्रसाद की गुणवत्ता पर एसओपी जारी, कर्मचारियों के लिए नए निर्देश…..

Prasad Quality Test for Chardham

Prasad Quality Test for Chardham: उत्तराखंड के बद्री– केदार धाम में अब भोग प्रसाद की गुणवत्ता के लिए एसओपी जारी की गई है। तिरुपति मंदिर मामले के बाद अब उत्तराखंड में भी कम से कम एक बार फूड सेफ्टी ऑडिट किया जाएगा। प्रसाद की शुद्धता और गुणवत्ता पर एसओपी जारी आपको बता दे देश में तिरुपति प्रसाद मामले के बाद अब उत्तराखंड के बद्रीनाथ- केदारनाथ धाम में भी मंदिरों में भोग और प्रसाद की गुणवत्ता के साथ शुद्धता पर मंदिर समिति द्वारा एसओपी जारी की गई है। जानकारी के अनुसार भोग प्रसाद तैयार करने और भोग में इस्तेमाल होने वाली खाद्य सामग्री भंडारण पर निगरानी के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं।तिरुपति मंदिर में प्रसाद में मिलने वाले देसी घी लड्डू में मिलावट के मामले के बाद बद्रीनाथ- केदारनाथ धाम के साथ सभी मंदिरों में भोग और प्रसाद के लिए अब हर साल जांच की जाएगी। विभाग द्वारा दिए गए नए निर्देश आपको बता दें प्रसाद और भोग में इस्तेमाल होने वाला चावल, तेल, घी, मसाले और केसर की जांच के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही भोग और प्रसाद बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए तेल को अधिकतम तीन बार से ज्यादा उपयोग न किए जाने की सलाह दी गई है। भोग तैयार करने वाले सभी कर्मचारियों को स्वच्छता का खास ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं।पुरानी हुई खाद्य सामग्री को लंबे समय तक स्टॉक में ना रखा जाए इसका भी ध्यान दिया जाएगा। अच्छी गुणवत्ता और शुद्धता की जांच के लिए लगातार सामग्री पर निगरानी की जाएगी। हर साल भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की तरफ से अधिकृत प्रयोगशाला में खाद्य सामग्री की जांच भी कराई जाएगी। यह भी पढ़ें UKPSC पर दिखा साइबर अटैक का असर, पुराने तरीके से जारी होंगे रिजल्ट

बागेश्वर से आया हैरान करने वाला मामला, ततैयों के हमले से गई महिला की जान

Women Died From Wasp Stung

Women Died From Wasp Stung: बागेश्वर के कपकोट में बैसानी गांव के घनश्यामनगरी तोक में एक दुखद घटना में एक महिला, हेमा देवी (40), की ततैयों के हमले में मौत हो गई। इस घटना ने गांव में गहरा शोक फैला दिया है और परिजनों में कोहराम मच गया है। ग्रामीणों ने मृतका के परिवार को मुआवजा देने की मांग भी उठाई है। ततैयों के हमले से गई महिला की जान बुधवार सुबह, हेमा देवी खेतों में घास काटने गई थीं। अचानक, ततैयों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में उन्हें संभलने का मौका भी नहीं मिला। उनकी चीखें सुनकर उनके देवर, राजेंद्र सिंह, खेतों की ओर दौड़े और उन्होंने देखा कि हेमा देवी पर ततैयों का हमला हो रहा है। उन्होंने तुरंत उसे बचाने की कोशिश की और किसी तरह उसे घर लाए। हेमा देवी को तुरंत अस्पताल ले जाने का प्रयास किया गया, लेकिन इस बीच ही उन्होंने दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल में डॉ. प्रीति यादव ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। यह जानकर बहुत दुख हुआ कि हेमा का पति दमन में एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रहा है और उनके दो बच्चे हैं, जिनमें से एक दिव्यांग है। इस घटना ने पूरे गांव में मातम छा गया है। ग्रामीणों ने मृतका के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की है, ताकि वे इस कठिन समय में कुछ राहत महसूस कर सकें। ग्रामीणों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी है कि प्रशासन ततैया के हमलों से बचाव के उपाय करें। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। ततैयों के हमले की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं, और इसे लेकर जागरूकता और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है। हेमा देवी की मौत ने गांव के लोगों को एकजुट किया है, और वे अपने सदस्य के लिए न्याय और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। यह भी पढ़े | बागेश्वर में जारी मानसून का कहर, भूस्खलन में ढहे 8 घर, 60 लोग हुए प्रभावित

UKPSC पर दिखा साइबर अटैक का असर, पुराने तरीके से जारी होंगे रिजल्ट

Cyber Attack Effect On UKPSC

Cyber Attack Effect On UKPSC: प्रदेश में हाल ही में हुए साइबर हमले के कारण सरकारी कामकाज में व्यापक बाधा आई थी। इस हमले के चलते, कई विभागों का काम ठप हो गया, लेकिन अब अधिकांश सरकारी सेवाएं सुचारू हो गई हैं। हालांकि, राज्य लोक सेवा आयोग की वेबसाइट अभी भी बंद है, जो युवाओं के लिए चिंता का विषय है। साइबर हमले का प्रभाव साइबर हमले के एक हफ्ते बाद भी, राज्य लोक सेवा आयोग की वेबसाइट को सक्रिय नहीं किया जा सका है। यह वेबसाइट युवाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें नई भर्तियों के विज्ञापनों, परीक्षा परिणामों, एडमिट कार्ड, और सिलेबस जैसी जानकारियाँ उपलब्ध होती हैं। हमले के कारण, वेबसाइट अब आठ दिन से बंद है, जिससे युवाओं को जानकारी प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। आईटीडीए का प्रयास राज्य लोक सेवा आयोग के सचिव, गिरधारी सिंह रावत, ने बताया कि आईटीडीए के विशेषज्ञ लगातार वेबसाइट को सुचारू करने की कोशिश कर रहे हैं। वे विभिन्न तकनीकी उपायों को आजमा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। इस समस्या के समाधान के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन तकनीकी चुनौतियाँ इसे मुश्किल बना रही हैं। परिणामों का प्रकाशन युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, आयोग ने निर्णय लिया है कि जब तक वेबसाइट पुनर्स्थापित नहीं होती, तब तक कुछ भर्तियों के परिणाम समाचार पत्रों में प्रकाशित किए जाएंगे। यह कदम युवाओं को सूचनाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए उठाया गया है, ताकि वे अपनी संभावनाओं और भर्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। युवा वर्ग की चिंता इस स्थिति से युवाओं में चिंता का माहौल है, क्योंकि बार-बार वेबसाइट चलाने की कोशिशों में वे असफल हो रहे हैं। जानकारी की अनुपलब्धता से उनके भविष्य की योजनाओं पर असर पड़ सकता है। साइबर हमले के परिणामस्वरूप, राज्य लोक सेवा आयोग की वेबसाइट की बंदी ने युवाओं के लिए कई बाधाएं उत्पन्न की हैं। आयोग और आईटीडीए की टीम इस समस्या का समाधान निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन तब तक परिणामों का प्रकाशन पुराने तरीकों से किया जाएगा। यह स्थिति युवाओं के लिए चुनौतीपूर्ण है, और उन्हें अपडेटेड जानकारी की आवश्यकता है। यह भी पढ़े | राज्य में हुए साइबर अटैक का हुआ खुलासा, Makop Ransomware वायरस को हुई पुष्टि, डाटा मिलना असंभव