कल केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने से भारी तबाही मची। बादल फटने (Cloudburst in Kedarnath Marg) के बाद केदारनाथ घाटी में हाई अलर्ट जारी किया गया है और यात्रियों को यात्रा करने से रोक दिया गया है। रेस्क्यू मिशन भी जारी है।
केदारनाथ घाटी में जारी किया गया हाई अलर्ट (Cloudburst in Kedarnath Marg)
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में आजकल हजारों यात्री दर्शन करने जा रहे हैं। भारी बारिश के चलते कल अचानक केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फट गया जिसके बाद चारों ओर तबाही मच गई। फिलहाल लिंचोली में रेस्क्यू अभियान जारी है। तबाही के बाद केदारनाथ घाटी में हाई अलर्ट जारी किया गया और यात्रा को भी रोक दिया गया है।
एनडीआरएफ और डीडीआरएफ के जवान फंसे हुए श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू कर रहे हैं। बादल फटने से केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर गौरीकुंड और सोनप्रयाग लिंचोली में काफी नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री धामी लेंगे आपदा क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण (Cloudburst in Kedarnath Marg)
बुधवार के दिन तेज बारिश के चलते सोनप्रयाग से लिनचोली तक काफी नुकसान हुआ है। साथ ही सड़क और पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए है, जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रुद्रपुर में अतिवृष्टि से हुई आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वह बचाव और राहत कार्यों की स्थिति की समीक्षा भी करेंगे।
बादल फटने के बाद मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशाने से काफी ऊपर पहुंच गया है, जिससे लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा देर रात गौरीकुंड और सोनप्रयाग बाजार को भी खाली करवा दिया गया है। जानकारी के अनुसार बादल फटने से तब तक कुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग का लगभग 30 मीटर हिस्सा बह गया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए करीब 200 लोगों को जीएमवीएन के गेस्ट हाउस और पुलिस चौकी में ठहराया गया है। Cloudburst in Kedarnath Marg