उत्तराखंड के (CM Dhami Meeting) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को वनाग्नि को रोकने के लिए समीक्षा बैठक की। वह अपने सभी कार्यक्रम रद्द करके देहरादून पहुंचे और इस चिंता के विषय पर चर्चा की।
अराजक तत्वों पर की जाएगी कड़ी कार्यवाही (CM Dhami Meeting)
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर बुधवार को जंगल की आग रोकने में लापरवाही बरतने पर 4 वन दरोगा और 10 वन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया। साथ ही दो वन क्षेत्र अधिकारियों यानी रेंजर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, जबकि पांच कर्मचारियों को संबद्ध कर दिया गया है। इसी के साथ कुछ अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्यवाही जल्द की जाएगी। सीएम धामी द्वारा अराजक तत्वों और लापरवाही बरतने वालों पर कड़े एक्शन की कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि वनाग्नि पर पूरी तरह से काबू पाने के लिए सभी सचिवों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी जाए। सभी सचिवों को वनाग्नि प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने और प्रभावी कदम उठाने के निर्देष दिए गए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने फायर लाइन बनाने की कार्यवाही में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल करने का सुझाव दिया। आपको बता दे की बैठक में सभी जिलों के जिलाधिकारी भी मौजूद रहे। CM Dhami Meeting
जानिए किन कर्मचारियों पर हुई कार्यवाही (CM Dhami Meeting)
कौन 10 कर्मचारी किए सस्पेंड
वन दरोगा, मनोज उनियाल (केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग, गोपेश्वर), बद्री सिंह चिलवाल (नैनीताल प्रभाग), हरीश सिंह मेहरा (केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग), प्रहलाद सिंह गोनिया (सिविल सोयम, अल्मोड़ा), वन आरक्षी रविंद्र सिंह और विनय कुमार छिंद्रे (लैंसडौन प्रभाग), कृपाल गिरी गोस्वामी और शंकर सिंह (चंपावत वन प्रभाग), सूरत सिंह रावत, वाहन चालक (उत्तरकाशी वन प्रभाग), प्रमोद कुमार रतूड़ी, सहायक (टिहरी वन प्रभाग)
2 कर्मचारियों को मिले कारण बताओ नोटिस
वन क्षेत्राधिकारी विपिन चंद्र जोशी (लैंसडौन वन प्रभाग), प्रदीप कुमार गौड़ (केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग)
5 अधिकारी संबद्ध किए गए
वन क्षेत्राधिकारी गोपाल दत्त जोशी (अल्मोड़ा वन प्रभाग), वन दरोगा पूरनचंद्र आर्या और संदीप सूठा, वन आरक्षी महेश चंद्र आर्या (तराई पूर्वी वन विभाग) और नरेंद्र सिंह बिष्ट (सिविल सोयम, अल्मोड़ा)। CM Dhami Meeting
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