Cracks Spread In Chamoli Homes : उत्तराखंड में चल रही भारी बारिश ने एक बार फिर लोगों को परेशानी में डाल दिया है। जिसमे देवाल ब्लॉक का ल्वाणी गांव एक बार फिर भू-धंसाव की चपेट में आ गया है।
मकानों में बड़ी दरारें
आपको बता दें, इस भू-धंसाव के कारण लोहाजंग–वाण को जोड़ने वाली सड़क ल्वाणी के पास करीब 80 मीटर तक धंस गई है, जिसके कारण पिछले 12 दिनों से सड़क बंद पड़ी है। इस घटना के असर से गांव के 50 मकानों में बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं और खतरा लगातार बढ़ रहा है।
घटना की सूचना मिलने के बाद गुरुवार को विधायक भूपाल राम टम्टा, एसडीएम पंकज भट्ट और लोनिवि अधिकारी मौके पर पहुंचे। विधायक ने सड़क के दोनों ओर सुरक्षा दीवार बनाने के निर्देश दिए, जबकि ग्रामीणों ने मांग रखी कि जब तक सुरक्षा दीवार तैयार नहीं होती, तब तक सड़क खोलने का कार्य शुरू न किया जाए। प्रशासन के आग्रह पर भू-वैज्ञानिकों की टीम ने भी गांव का सर्वे शुरू कर दिया है।
लोगों में दहशत
जिसके बाद ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2024 में भी इसी स्थान पर सड़क धंस गई थी, लेकिन स्थायी समाधान नहीं किया गया। अब हालत यह है कि आठ ग्राम पंचायतों के लोगों को जरूरी सामान तक मिलना मुश्किल हो गया है।
जिला पंचायत सदस्य के अनुसार, कई घर रहने लायक नहीं बचे हैं और लोग दहशत में हैं। एसडीएम का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। यदि क्षेत्र का ट्रीटमेंट संभव नहीं हुआ तो प्रभावित परिवारों को विस्थापित किया जाएगा।
नदी का पानी बना मुसीबत
इसके अलावा लगातार बारिश ने चमोली जिले में मुसीबत और बढ़ा दी है। पिंडर नदी का पानी और गाद दो दिन पहले सरस्वती शिशु मंदिर के मैदान और बेतालेश्वर मंदिर तक पहुंच गई थी। मलबे से बेतालेश्वर मंदिर की मूर्तियों को भी नुकसान हुआ है। स्कूलों के कमरों में गाद भरने के कारण पिछले दो दिनों से छुट्टी करनी पड़ी और गुरुवार को भी कक्षाएं नहीं लग सकीं। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने नदी के किनारे मजबूत आरसीसी दीवार बनाने की मांग की है।

