Daroga Bharti Ghotala पर 2022 अक्टूबर में मुकदमा दर्ज कर विजिलेंस चार्ज कर रहे थे। इस दौरान 20 दरोगा सस्पेंड किए गए थे। विजिलेंस के द्वारा दरोगा भर्ती धांधली की जांच पूरी कर शासन को सौंप दी गई है। विजिलेंस को कई दरोगाओं के खिलाफ पैसे देकर भर्ती लेने के आरोप के सापेक्ष सबूत नही मिले, तो वही कई दरोगाओं के खिलाफ आरोप साबित होने के बाद 20 दरोगाओं को बीते साल जनवरी में सस्पेंड किया गया था।
इस साल इन दरोगाओं के भविष्य का फैसला शासन के द्वारा किया जाना है। आपको बता दें की जल्द सतर्कता समिति की बैठक में इन दरोगाओं के खिलाफ मुकदमे या अन्य कार्यवाही पर फैसला लिया जाएगा। 2022 में एसटीएफ ने यूके एसएससी के स्नातक स्तरीय परीक्षा दांगी की जांच शुरू की थी इस आज में कई आरोपियों और नकल माफिया को गिरफ्तार भी किया गया था। जांच के दौरान पहले कुछ और भर्ती में भी धांधली की बात सामने आई थी जांच के दौरान पता चला कि 2015 में भी दरोगा सीधी परीक्षा भर्ती में भी बड़े पैमाने पर धांधली की गई थी। Daroga Bharti Ghotala
रिपोर्ट में 33 प्रतिशन दरोगा साबित हुए थे नाकाबिल | Daroga Bharti Ghotala
एसटीएफ के द्वारा की गई जांच में शक जताया गया था की कुल भर्ती दरोगाओं में से कम से कम 33 फीसदी दरोगा नाकाबिल है। जिन्हे केस डायरी भी लिखना नहीं आता है। केस डायरी जैसे कामों के लिए भी यह दरोगा किसी और का सहारा लेते है।आपको बता दे की 2015 में कुल 339 दरोगाओं की सीधी भर्ती के माध्यम से भर्ती की गई थी।
विजिलेंस के द्वारा दी की गई जांच के बारे में जानकारी देते हुए विजिलेंस के निदेशक डॉक्टर वी मुरुगेशन ने बताया कि विजिलेंस ने अपनी जांच पूरी कर ली है, (Daroga Bharti Ghotala) जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। अब शासन स्तर पर ही बैठक कर इस पर अगली कार्यवाही की जाएगी। जांच में जो सबूत सामने आए हैं, उन्हें शासन को सौंप दिया गया है। जल्द ही इस पर फैसला लिया जा सकता है।

