कफ सिरप मामले में उत्तराखंड प्रशासन अलर्ट, FDA ने की छापेमारी

FDA Uttarakhand Action On Cough Syrup: राजस्थान और मध्य प्रदेश में कफ सिरप के द्वारा कई बच्चों की जान जाने के बाद उत्तराखंड प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। उत्तराखंड में खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) के द्वारा सोमवार 6 अक्टूबर को प्रेस वार्ता कर राज्य भर में चल रही छापेमारी की जानकारी दी गई।

प्रेस वार्ता के दौरान एफडीए के अधिकारियों के द्वारा दी गई जानकारी नहीं जानकारी दी की जगह-जगह मेडिकल स्टोर से सैंपल इकट्ठे किए जा रहे हैं और उन्हें लैब में जांच के लिए भेजा जा रहा है साथ ही उन्होंने बताया कि अब तक राज्य से भेजे गए 30 सैंपल फेल हो गए हैं।

इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड में अब तक प्रतिबंध दवा सप्लाई नहीं हुई है इसके बावजूद सतर्कता बढ़ाते हुए क्विक रिस्पांस टीम का गठन किया गया है और देहरादून रुद्रपुर में दो विशेष लाभ स्थापित की गई है।

FDA की टीम के द्वारा डॉक्टर से अपील करते हुए कहा गया कि बच्चों को ऐसी दवाई बिल्कुल भी ना लिखे जो प्रतिबंधित हो। आपको बता दें की FDA की टीमों के द्वारा राज्य के सभी जिलों में मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और अस्पतालों की औषधि दुकानों पर छापे मारे जा रहे हैं साथ ही एफडीए की टीम के द्वारा बच्चों के माता-पीताओं से भी सतर्क रहने की अपील की गई है।

प्रतिबंधित दवाएं

  • दो साल से कम उम्र के बच्चों को बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार की खांसी या जुकाम की दवा नहीं दी जानी चाहिए।
  • पांच साल से कम उम्र के बच्चों में इन दवाओं का सामान्य उपयोग अनुशंसित नहीं है।
  • केवल विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह, सही खुराक और न्यूनतम अवधि के लिए ही इनका उपयोग किया जा सकता है।
  • सरकार ने विशेष रूप से Dextromethorphan युक्त सिरप और Chlorpheniramine Maleate + Phenylephrine Hydrochloride संयोजन वाली दवाओं को चार साल से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिबंधित किया है।
Rupa
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Rupa Kumari is a young journalist with 5 years of experience in digital media in Uttarakhand. Currently, she is associated with TII, where she covers Uttarakhand politics as well as lifestyle, sports, and national and international news.