Gandhi Jayanti 2025 : गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के रूप में मनाई जाती है। महात्मा गांधी, जिन्हें “राष्ट्रपिता’ कहा जाता है, ने भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर आधारित आंदोलनों से लाखों लोगों को प्रेरित किया।
क्यों मनाई जाती है गांधी जयंती ?
गांधी जयंती महात्मा गांधी के जीवन और उनके सिद्धांतों को याद करने का दिन है। उनके अहिंसा और सत्य के दर्शन ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया। वे हिंसा के बिना संघर्ष को हल करने में विश्वास रखते थे। यह दिन शांति और अहिंसा के महत्व को समझने और अपनाने का भी अवसर है। गांधी जी का मानना था कि हिंसा के बिना किसी भी संघर्ष को हल किया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र ने 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मान्यता दी है, जो गांधीजी के वैश्विक प्रभाव को दर्शाता है। गांधीजी ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने दांडी मार्च और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे अभियानों का नेतृत्व किया, जिनमें लाखों लोगों ने बिना हिंसा का सहारा लिए ब्रिटिश शासन का विरोध किया।
कैसे मनाई जाती है गांधी जयंती?
गांधी जयंती पर लोग महात्मा गांधी की श्रद्धांजलि देने के लिए उनके समाधि स्थल पर इकट्ठा होते है। नई दिल्ली स्थित राजघाट पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जहाँ नेता और आम लोग गाधीजी की समाधि पर फूल अर्पित करते है और उनकी शिक्षाओं को याद करते हैं।
इसके अलावा, स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों में गाधीजी के जीवन और उनके विचारों पर आधारित भाषण, निबंध और नाटकों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों और युवाओं को गांधीजी के सिद्धांतों की जानकारी दी जाती है। इसके साथ ही, इस दिन लोग स्वच्छता अभियान, सामुदायिक सेवा और अन्य सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेते हैं।
यह दिन महात्मा गांधी के अनमोल योगदान को याद करने और उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाने का अवसर है। यह दिन हसे शांति, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है और उनके विचारों को आने वाली पीढियों तक पहुंचाता है।
