Haldwani Smart Meter Controversy: हल्द्वानी में स्मार्ट मीटर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इसी बीच स्मार्ट मीटर को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 43 निवासी हंसा दत्त जोशी को 46 लाख 60 हजार रुपये का बिजली बिल मिलने से हड़कंप मच गया।। एक माह पहले घर में लगाया गया था स्मार्ट मीटर ।
ऊर्जा निगम कार्यालय में की शिकायत
नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 43, अरावली वाटिका छड़ायल निवासी हंसा दत्त जोशी के घर का बिजली बिल कुछ हजार नहीं, बल्कि पूरे 46 लाख 60 हजार 151 रुपये आया है। उपभोक्ता का कहना है कि लगभग एक माह पहले एक निजी कंपनी के कर्मचारियों ने उनके घर पर स्मार्ट मीटर लगाया था। दो दिन पहले जब उन्हें ऑनलाइन माध्यम से बिल प्राप्त हुआ, तो इतनी बड़ी रकम देखकर उनके होश उड़ गए।
हंसा दत्त जोशी ने तुरंत ट्रांसपोर्ट नगर स्थित ऊर्जा निगम कार्यालय में इसकी शिकायत दर्ज कराई, जहां से उन्हें हीरानगर स्थित कार्यालय भेज दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने जानकारी दी कि 24 मार्च को उपभोक्ता का पुराना मीटर बदला गया था। उन्होंने बताया कि पुराने मीटर की एलईडी खराब होने की वजह से अंतिम रीडिंग में गड़बड़ी हुई, जिसके कारण यह भारी-भरकम बिल उपभोक्ता को थमा दिया गया।
विपक्ष लगातार साध रहा निशाना
जानकारी के अनुसार, पूरे मामले की जांच कराई जा रही है और यदि इसमें लापरवाही पाई जाती है तो स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ता के नए स्मार्ट मीटर की दोबारा जांच की गई, जिसमें उनकी बिजली खपत के आधार पर बिल करीब 400 रुपये निकला। विभाग ने उपभोक्ता को संशोधित न्यूनतम बिल जमा करने के निर्देश दिए हैं।
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब विपक्ष स्मार्ट मीटरों को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है। अब यह मामला उन चिंताओं को और बल दे रहा है जो स्मार्ट मीटर की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर उठ रही हैं।