Illegal Slums Demolished in Rishikesh: बारिश के मौसम को देखते हुए ऋषिकेश नगर निगम ने सोमवार को गंगा और चंद्रभागा नदी के किनारे बनी कई झोपड़ियों को हटाया। ये झोपड़ियाँ बिना इजाज़त बनाई गई थीं। प्रशासन का कहना है कि ये कदम लोगों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है, ताकि भारी बारिश या बाढ़ के समय कोई हादसा न हो।
सुबह से शुरू हुई कार्रवाई
नगर निगम की टीम सोमवार सुबह तीन जेसीबी मशीनों और चार ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ मायाकुंड पहुंची। जैसे ही मशीनों ने कार्य शुरू किया, झोपड़ियों में रहने वाले लोग जरूरी सामान समेटने में जुट गए। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
अचानक शुरू हुई कार्रवाई से गुस्साए कई लोगों ने विरोध भी दर्ज कराया और कुछ समय की मोहलत मांगी, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में किसी की नहीं चली। शाम 4 बजे तक करीब 100 से अधिक झोपड़ियों को ढहा दिया गया।
नगर आयुक्त बोले
नगर आयुक्त शैलेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि बरसात के दौरान इन झोपड़ियों में रहने वाले लोग बाढ़ की चपेट में आ सकते थे। ऐसे में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अतिक्रमण हटाना जरूरी हो गया था।
साथ ही, उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने हाल ही में राज्य सरकार को निर्देश दिए थे कि नदी किनारे हो रहे अतिक्रमण को रोका जाए और इस पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) ने भी अवैध निर्माण हटाने का भरोसा जताया है।
