उत्तराखंड (Rudranath Kapat Open) में चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू हो गई है जिसके बाद आज 18 मई को चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की डोली यात्रा ब्रह्म मुहूर्त के बाद पहले पड़ा ल्विंटी बुग्याल से रुद्रनाथ मंदिर पहुंच गई है। इस दौरान श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय लोगों में खासा उत्साह देखा गया। शनिवार को बहुत ब्रह्म मुहूर्त में रुद्रनाथ मंदिर के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं।
हिमालय क्षेत्र में स्थित चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर की यात्रा बहुत कठिन मानी जाती है। गोपेश्वर के निकट सागर गांव से 19 किलोमीटर पैदल यात्रा के बाद भगवान रुद्रनाथ मंदिर पहुंचा जा सकता है। रुद्रनाथ मंदिर में भगवान के मुख के दर्शन होते हैं। आपको बता दें की रूद्रनाथ मंदिर की मान्यता यह है की पंचकेदारों में चतुर्थ केदार के रूप में जाने जाने वाले रुद्रनाथ मंदिर में शिव ने पांडवों को मुख्य दर्शन दिए थे। Rudranath Kapat Open
भगवान शिव के मुख के होते हैं दर्शन | Rudranath Kapat Open
पांच केदारों में शामिल द्वितीय केदार रुद्रप्रयाग भगवान मध्यमेश्वर की उत्सव डोली शनिवार को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से अपने धाम के लिए रवाना की जाएगी। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए 20 मई को वैदिक मंत्र उच्चारण और पौराणिक विधि विधान के साथ खोल दिए जाएंगे।
कपाट खोलने को लेकर बद्री केदार मंदिर समिति के द्वारा तैयारी की जा रही है। शुक्रवार को मध्यमेश्वर की मूर्तियों को विधि विधान के साथ विशेष पूजा अर्चना कर अभिषेक किया गया है।
इस दौरान सैकड़ो भक्तों ने भगवान के दर्शन कर परिवार की सुख समृद्धि की मनोकामना मांगी। शनिवार सुबह 8:00 बजे द्वितीय केदार मध्यमेश्वर की डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर से स्थानीय वाद्य यंत्रों और भक्तों की जयकारों के साथ कैलाश धाम के लिए रवाना की हुई। Rudranath Kapat Open
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