6 मार्च (Sonam Wangchuk Protest) से अनशन पर बैठे लद्दाख के सोनम वांगचुक ने 21 दिन बाद अपना अनशन तोड़ दिया है। आपको बता दें कि सोनम के साथ लद्दाख के लगभग 350 लोग अनशन में शामिल थे । सोनम ने यह अनशन लद्दाख को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने के लिए शुरू किया था।
सोनम ने अनशन खत्म करने की जानकारी देते हुए ट्वीट करते हुए लिखा कि 350 लोग – 10 डिग्री सेल्सियस में सोए, लेकिन सरकार ने एक शब्द भी नहीं कहा हमें ईमानदार दूरदर्शी और प्रबुद्ध नेताओं की जरूरत है। साथ ही सोनम ने कहा कि हम लद्दाख में हिमालय पहाड़ों के नाजुक स्थिति तंत्र और यहां की अद्वितीय स्वदेशी जनजाति संस्कृति की रक्षा के लिए आवाज उठा रहे हैं।
21 दिन तक नमक और पानी पर रहे जीवित | Sonam Wangchuk Protest
प्रसिद्ध जलवायु कार्यकर्ता और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक ने 21 दिनों तक नमक और पानी पर जीवित रहने के बाद अनशन तोड़ते हुए कहा कि उनकी लड़ाई जारी रहेगी। गौर देने वाली बात यह है की लोकसभा चुनाव के अंतर्गत पांचवें चरण में 20 मई को लद्दाख में मतदान किए जाने हैं, लेकिन 21 दिन तक अनशन पर बैठे सोनू वांगचुक की सुध लेने कोई भी नेता नहीं आया। Sonam Wangchuk Protest
वादे पूरे करने को लेकर पीएम मोदी से की थी अपील | Sonam Wangchuk Protest
इससे पहले सोनम वांगचुक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जनता से किए वादे को पूरा करने की अपील की थी। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र के जननी है और हम नागरिकों के पास एक बहुत विशेष शक्ति है। हम निर्णायक भूमिका में है, हम किसी भी सरकार को उसके तौर तरीके बदलने के लिए विवश कर सकते हैं या काम नहीं करने पर सरकार बदल सकते हैं।
यह भी पढ़े |
RCB ने बदला नाम और कप्तान, क्या इस साल जीत सकेंगे ट्रॉफी, आज शुरू हो रहा आईपीएल 2024 का मुकाबला