Sudden Hailstorm in Uttarakhand: बुधवार को उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में अचानक बदले मौसम ने जहां लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत दी, वहीं किसानों के लिए यह प्राकृतिक आपदा बनकर आई। जहां तेज बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी फसलें और फलों को बर्बाद कर दिया।
फसलों और फलों को भारी नुकसान
आपको बता दें, भीमताल, भवाली, मेहरागांव, चाफी, धारी, बेतालघाट जैसे इलाकों में आलू, टमाटर, बैंगन, शिमला मिर्च, आड़ू, प्लम और खुबानी की फसलें कल हुई भारी ओलावृष्टि से काफी प्रभावित हुईं हैं। खेतों की फसलें बर्बाद होने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
तेज बारिश के कारण भीमताल ब्लॉक रोड, मेहरागांव और खैरना में जलभराव से दुकानों में पानी घुस गया,
जिससे व्यापारियों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी।
भवाली-अल्मोड़ा हाईवे पर पहाड़ी से गिरे पत्थरों ने कारों और दुकानों को नुकसान पहुंचाया। इस आपदा के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन और उद्यान विभाग से सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को जल्द मुआवजा देने की मांग की है।
चाय बागानों में भी नुकसान
तो वहीं, भवाली और घोड़ाखाल के चाय बागानों में भी ओलों ने नुकसान पहुंचाया। प्रबंधक नवीन चंद्र पांडे के अनुसार, करीब 30–35% हरी पत्तियाँ नष्ट हो गई हैं।
भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा और अन्य नेताओं ने प्रशासन और कृषि विभाग से किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है। मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. रजनीश सिंह ने भी सर्वे कर मुआवजा देने की बात कही है।
नैनीताल में घना कोहरा और ठंडी हवाएं
नैनीताल में बुधवार सुबह से ही बादल छाए रहे और दोपहर में मूसलाधार बारिश हुई। हल्के ओले भी गिरे जिससे मौसम सुहावना हो गया और 2 डिग्री तापमान में गिरावट दर्ज की गई। कोहरे और बारिश से हल्की ठंड लौट आई।
