Nagar Nikay Chunav 2024: देहरादून में नगर निकाय चुनाव होंगे मानसून के बाद, 15 सितंबर से अक्टूबर तक संपन्न कराए जाएंगे चुनाव

Nagar Nikay Chunav 2024

देहरादून में नगर निकाय चुनाव मानसून के बाद किए जाएंगे। लंबे समय (Nagar Nikay Chunav 2024) से चल रही निकाय चुनाव की तैयारी। करीब 7 महीने से चल रही चुनाव की तैयारी (Nagar Nikay Chunav 2024) उत्तराखंड राज्य के देहरादून शहर में नगर निकाय चुनाव की तैयारी कई महीनों से चल रही है। अब निकाय चुनाव मानसून के बाद किए जाएंगे इसके लिए सरकार तैयारी में जुट गई है। आपको बता दें इसी महीने हाई कोर्ट ने निकाय चुनाव की टाइमलाइन देनी है जिसके चलते मानसून अवधि में आरक्षण संबंधी सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे। राज्य में 99 नगर निकायों में चुनाव किए जाएंगे जिसके लिए लगभग 7 महीने से इन निकायों में प्रशासक तैनात किए गए हैं। मानसून सीजन के कारण टाला जा रहा चुनाव (Nagar Nikay Chunav 2024) जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट में चुनाव में देरी को लेकर मामला भी चल रहा है, जिसके बाद सरकार को नगर निकाय चुनाव की टाइमलाइन जमा करनी होगी। उत्तराखंड राज्य में आजकल मानसून चुनाव में देरी का कारण बन रहा है। जगह-जगह रास्ते बंद और सड़के खराब होने के कारण बहुत सा नुकसान हो रहा है इसके बाद ही अब निकाय चुनाव करना सही होगा।निकाय चुनाव में सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों का मताधिकार करना चाहती है, जिसके लिए रास्तों और मौसम का ठीक होना जरूरी है। मानसून के चलते सरकार ने 15 सितंबर के बाद नगर निकाय चुनाव करने का फैसला लिया है। चुनाव की टाइमलाइन भी सरकार हाई कोर्ट में जमा करने जा रही है। राज्य के तीन निकायों में नहीं होंगे चुनाव (Nagar Nikay Chunav 2024) इसी बीच निकायों में आरक्षण लागू करने के लिए एक्ट में भी बदलाव लाया गया है। बदलाव के चलते नियमावली भी तैयार की गई है जो जल्द ही लागू कर दी जाएगी। नियमावली के हिसाब से सभी जिला अधिकारियों के स्तर से आरक्षण लागू करने की अधिसूचना जारी करते हुए सुझाव मांगे जाएंगे और साथ ही सुझावों के बाद अंतिम अधिसूचना भी जारी कर दी जाएगी। इसके बाद ही राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव कराएगी। आपको बता दे विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यह पूरी प्रक्रिया मानसून सीजन में ही पूरे कर लिए जाएंगे, जिससे 15 सितंबर से अक्टूबर तक चुनाव सही तरह से संपन्न कराए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर राज्य के तीन निकाय ऐसे भी हैं जहां हिमाच्छादित क्षेत्र होने की वजह से चुनाव ही नहीं होते हैं। जानकारी के अनुसार चमोली जिले में नगर पंचायत बद्रीनाथ, रुद्रप्रयाग जिले में नगर पंचायत केदारनाथ और उत्तरकाशी जिले में नगर पंचायत गंगोत्री में इस बार भी चुनाव नहीं किए जाएंगे। इन जगहों पर हर साल तीनों धामों में लाखों श्रद्धालु आते हैं जिसमें यह निकाय प्रशासनिक व्यवस्था के तहत संचालित किए जाते हैं। Nagar Nikay Chunav 2024 यह भी पढ़ें 4 लाख का कर्ज चुकाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग से किया संपर्क, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Chardham Accomodation: देहरादून में ठहर सकते हैं 1,750 यात्री, पुलिस प्रशासन द्वारा पूरी व्यवस्थाओं का दावा

Chardham Accomodation

चारधाम यात्रा के शुरू होने के साथ (Chardham Accomodation) तीर्थयात्रियों को ठहराने के लिए स्थान चिन्हित किए हैं। इस समय देहरादून जिले में एक समय में अलग-अलग जगह पर 1,750 यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था है। व्यवस्थाओं के लिए जिले को ए, बी और सी प्लान में बांटा (Chardham Accomodation) उत्तराखंड पुलिस प्रशासन के निर्देश के बाद ऋषिकेश में रुके तीर्थ यात्रियों के लिए व्यवस्थाएं देखीं हैं। पूरे जिले को ए, बी और सी प्लान में बांटा गया है और इसी के हिसाब से कई रूट भी निर्धारित किए गए हैं। पुलिस प्रशासन का दावा है कि इन सभी जगह पर रहने, खाने और शौचालय की पूरी व्यवस्था है। आपको बता दें कि चिन्हित स्थानों में विकास नगर से लेकर मसूरी और ऋषिकेश हैं। इसी के साथ आपातकाल स्थिति के लिए भी बहुत से रूट निर्धारित किए गए हैं। जानकारी के अनुसार राज्य भर में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलेगी और पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है। पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा सभी क्षेत्रों में पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा और किसी भी तरह की अव्यवस्था को हिदायत में रखते हुए प्रबंध किए गए हैं। जानिए क्या होंगी यात्रियों के लिए मुख्य प्रवेश (Chardham Accomodation) 2. देहरादून-शिमला बाईपास-विकासनगर-यमुनोत्री 3. देहरादून से मसूरी जानिए कहां होंगी आपातकाल में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था (Chardham Accomodation) ए) ऋषिकेश क्षेत्र में -ट्रांजिट कैंप ( क्षमता- 500) -भारत माता इंटर कॉलेज ( क्षमता- 200) बी) विकासनगर मार्ग पर ठहरने की व्यवस्था -डाकपत्थर – साधना आश्रम (डुमेट)- क्षमता 150 -कटा पत्थर व डाक पत्थर में प्राइवेट होटल-लगभग 200 -सद्भावना आश्रम डुमेट -100 -बाड़वाला इंटर कॉलेज-150 -हरबर्टपुर बस स्टैंड-100 -हरबर्टपुर नया बस अड्डा-200 -नया गांव चौकी के सामने-150 सी) मसूरी रूट पर ऋषिकेश-हरिद्वार से वाया देहरादून, यमुनोत्री-गंगोत्री चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के रूट -ऋषिकेश-हरिद्वार–भानियावाला तिराहा–मोहकमपुर–रिस्पना–कारगी चौक–आईएसबीटी–सेंट जूड्स चौक–शिमला बाईपास रोड–विकासनगर से गंतव्य स्थल तक। उत्तर प्रदेश से मसूरी जाने वाले पर्यटकों के वाहनों के लिए रूट प्लान -आईएसबीटी-शिमला बाईपास-सेंट जूड्स चौक–कमला पैलेस–बल्लीवाला फ्लाईओवर–बल्लूपुर-कैंट तिराहा–जोहड़ी गांव-पुरकुल गांव तिराहा–कुठालगेट-कोल्हूखेत–मसूरी। हिमाचल प्रदेश से मसूरी जाने वाले पर्यटकों के वाहनों के लिए रूट प्लान -प्रेमनगर-बल्लूपुर चौक-कौलागढ़-कैंट तिराहा–जोहड़ी गांव-पुरकुल गांव तिराहा–कुठालगेट-कोल्हूखेत–मसूरी। यात्रियों की वापसी का रूट प्लान (Chardham Accomodation) -मसूरी से हिमाचल जाने वाले वाहनों के लिए-कुठालगेट–पुराना राजपुर रोड-सांई मंदिर डायवर्जन-जोहड़ी गांव कट से सीएसडी तिराहा–कैंट तिराहा-बल्लूपुर–अपने गंतव्य स्थान तक। -मसूरी से आशारोड़ी उत्तर प्रदेश जाने वाले वाहनों के लिए-कुठालगेट–पुराना राजपुर रोड-साईं मंदिर–किरशाली चौक-आईटी पार्क–6 नंबर पुलिया–जोगीवाला–रिस्पना पुल आईएसबीटी-आशारोड़ी से गंतव्य स्थल तक। -मसूरी से ऋषिकेश मार्ग-कुठालगेट-पुराना राजपुर रोड-साईं मंदिर-किरशालीचौक–कालागांव–मालदेवता-थानों रोड-भानियावाला तिराहा–ऋषिकेश। Chardham Accomodation यह भी पढ़ें उत्तराखंड राज्य में इस सप्ताह बिजली की मांग हो सकती है 5.5 करोड़ यूनिट, कटौती बढ़ा सकती है परेशानी

Iceberg In Alaknanda River : 2 हिमखंडों से बहती नदी बनी आकर्षण का केंद्र, जल्द हो जाएंगे गायब

Iceberg In Alaknanda River

इस वर्ष (Iceberg In Alaknanda River) चार धाम यात्रा के दौरान अलकनंदा नदी में दो हिमखंडों के अंदर से नदी बह रही है जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है हालांकि जिस प्रकार से गर्मी बढ़ रही है उसे लग रहा है कि यह भी कुछ दिनों बाद गायब हो जाएगी। हर साल पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ के बीच 12 किलोमीटर क्षेत्र में चट्टी, पागल नाला, रंडागबैंड, कंचनजंगा, हनुमान चट्टी सहित सात जगहों पर हिमखंड रहते थे इस बार सिर्फ रंडागाबैंड, पागल नाला, कंचनजंगा आदि दो स्थानों पर ही इंसान नजर आ रहे हैं जो तेजी से पिघल रहे हैं आपको बता दें कि यात्री बद्रीनाथ धाम की चोटियों में को देखकर खासी उत्साहित हो रहे हैं बद्रीनाथ धाम खुलते ही बद्रीनाथ में बर्फबारी शुरू हो गई है। Iceberg In Alaknanda River शीतकाल में इस बार देर से हुई थी बर्फबारी | Iceberg In Alaknanda River अलकनंदा नदी में रंडागबैंड के नीचे, देवदर्शनी के नीचे लगभग 200 मीटर हिमखंड के नीचे से बह रही है जिसे देखकर यात्री रोमांचित हो रहे हैं। शीतकाल में इस बार देर से बर्फबारी हुई थी। फरवरी में भारी बर्फबारी तो हुई लेकिन देर से पड़ी बर्फ में पानी की मात्रा ज्यादा होने के चलते वह बड़े हिमखंडों का रूप नहीं लेती है। यही कारण है कि इस बार पांडुकेश्वर से बदरीनाथ के बीच हिमखंडों का दीदार सिर्फ दो ही जगह में हो रहा है। पांडुकेश्वर गांव के 90 वर्षीय राम सिंह भंडारी का कहना है कि कई वर्षों बाद हिमखंड गायब हैं। कहा कि दिसंबर जनवरी में अगर भारी बर्फबारी होती तो हिमखंड का रूप लेती। Iceberg In Alaknanda River यह भी पढ़े | औपचारिक रूप से शुरू हुई चार धाम यात्रा, वित्त मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर 135 वाहनों को किया रवाना

CM Dhami On Char Dham Yatra Preprations : सीएम धामी 12:30 बजे लेंगे चारधाम यात्रा की तैयारियों की जानकारी, उच्च स्तरीय अधिकारियों संग होगी बैठक

CM Dhami On Char Dham Yatra Preprations

आगामी (CM Dhami On Char Dham Yatra Preprations) चार धाम यात्रा को लेकर प्रशासन लगातार तैयारी कर रहा है। चार धाम यात्रा की तैयारी की समीक्षा के लिए आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय पहुंचेंगे और दोपहर 12:30 बजे चार धाम यात्रा तैयारी की समीक्षा करेंगे। आपको बता दें कि सीएम धामी शासन के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। ज्ञात हो की 10 मई को चार धाम यात्रा शुरू होने जा रही है तो जिसके चलते आज होने वाली बैठक में श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा के साथ ही तमाम विषयों पर चर्चा की जाएगी। इस वर्ष चार धाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है आपको बता दें कि चार धाम यात्रा के लिए 11 दिन पहले पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई। अब तक चार धाम यात्रा के लिए करीब 15 लाख से ज्यादा सुधारो ने पंजीकरण कराया है तो वहीं बीते 11 दिनों में 15 लाख 12993 श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं जिसमें गंगोत्री के लिए 277901, यमुनोत्री के लिए 253883, केदारनाथ के लिए 521052, बद्रीनाथ के लिए 436688 रजिस्ट्रेशन हो चुके है। चार धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब के लिए भी 23469 यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। CM Dhami On Char Dham Yatra Preprations राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना देहरादून में की गई। CM Dhami On Char Dham Yatra Preprations अभी तक चार धाम यात्रा मार्गों पर स्थित जीएमबीएन के गेस्ट हाउस के लिए करीब 8.25 करोड रुपए की बुकिंग की जा चुकी है चार धाम यात्रा को देखते हुए एक राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना देहरादून में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में की गई है। आपको बता दें कि इस वर्ष लोगों में चार धाम यात्रा के प्रति उत्साह को देखकर यह संभावना लगाई जा रही है कि यह चार धाम यात्रा पिछले साल के 56.31 लाख यात्रियों के रिकॉर्ड को तोड़ देगी। CM Dhami On Char Dham Yatra Preprations चार धाम यात्रा के दौरान उपनल और पीआरडी के द्वारा 115 सहायता मित्रों की तैनाती की जा रही है चार धाम यात्रा मार्ग पर सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है साथ ही यहां विभिन्न स्थलों पर शौचालय भी संचालित किया जा रहे हैं। CM Dhami On Char Dham Yatra Preprations यह भी पढ़े | पहली बार कोई ज्योतिष्पीठ के आचार्य करेंगे चारधाम की यात्रा, शीतकालीन यात्रा को मिलेगा बढ़ावा | Winter Chardham Yatra

Chardham Yatra Registration : सीमित हुआ चार धाम का पंजीकरण, दर्शन की मात्रा भी हुई सीमित, केदारनाथ में 18 हजार लोग कर सकेंगे 1 दिन में दर्शन

Chardham Yatra Registration

आगामी (Chardham Yatra Registration) चार धाम यात्रा के पंजीकरण को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है सिर्फ 10 दिन के अंदर ही पंजीकरण का आगरा आंकड़ा 14 लाख पर हो गया है जिसके चलते पर्यटन विभाग सतर्क हो गया है गांव में श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो इसके लिए पंजीकरण को नियंत्रित कर दिया गया है। अब पंजीकरण की प्रक्रिया में बद्रीनाथ में 20000, केदारनाथ धाम में 18000, यमुनोत्री में 9000 और गंगोत्री में अधिकतम 11000 पंजीकरण प्रतिदिन किए जाएंगे। आपको बता दें कि चारों धाम में श्रद्धालुओं के लिए रुकने की सुविधा बेहद सीमित संख्या में है जिसको देखते हुए पहले के सालों में प्रति धाम प्रतिदिन श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संख्या को सीमित कर दिया गया था। केदारनाथ में 18 हजार लोग कर सकेंगे 1 दिन में दर्शन I Chardham Yatra Registration बीते सालों को देखते हुए इस साल चार धाम यात्रा पंजीकरण के पहले दिन में ही पंजीकरण का आंकड़ा 14.3 लाख लाख को पार कर गया था जिसको देखते हुए व्यवस्था बनाने के लिए पंजीकरण को नियंत्रित किया गया है आपको बता दें कि यमुनोत्री धाम में पहले प्रतिदिन 7500 श्रद्धालु दर्शन कर सकते थे लेकिन इस साल से अब यहां प्रतिदिन दर्शन के लिए 9000 श्रद्धालु पंजीकरण करा सकेंगे गंगोत्री धाम में पहले 8500 श्रद्धालुओं के दर्शन के व्यवस्था थीI अब यहां 11000 लोग पंजीकरण प्रतिदिन कर सकते हैं तो वहीं केदारनाथ धाम में 15000 दर्शन होते थे लेकिन अब 18000 तक पंजीकरण कर सकते हैं चारों धामों में में से एक बद्रीनाथ धाम में 16000 लोग प्रतिदिन दर्शन करते थे तो वहीं अब यहां की अधिकतम सीमा बढ़ाकर 20000 लोग कर दी गई है। Chardham Yatra Registration पंजीकरण को सीमित करने की जानकारी देते हुए पर्यटन विभाग के सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि चारों धामों के लिए पोर्टल खुलते ही बड़ी संख्या में पर्यटन पंजीकृत किया जा रहे हैं। यात्रा पंजीकरण को किसी भी तरह की संख्या सीमित नहीं किया गया था, लेकिन जिस तेजी के साथ धामों में पूर्व के वर्षों में तय संख्या से भी कई ज्यादा पंजीकरण किए जा रहे हैं, उसे देखते हुए एक संख्या के बाद पंजीकरण नियंत्रित किया जा रहे हैं ताकि यात्रा को व्यवस्थित और बेहतर रूप से संचालित किया जा सके। Chardham Yatra Registration यह भी पढ़े | पहली बार कोई ज्योतिष्पीठ के आचार्य करेंगे चारधाम की यात्रा, शीतकालीन यात्रा को मिलेगा बढ़ावा | Winter Chardham Yatra