उत्तराखंड कर विभाग के द्वारा जीएसटी चोरी (Tax Department Raid In Uttarakhand) के चलते सख्त कार्यवाही की जा रही है। विभाग में बृहस्पतिवार को राज्य के 16 व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर 12 करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी। कुछ प्रतिष्ठानों ने मौके पर ही एक करोड़ से ज्यादा का टैक्स दिया। Tax Department Raid In Uttarakhand
12 करोड़ से ज्यादा की जीएसटी चोरी आई सामने | Tax Department Raid In Uttarakhand
कर विभाग के द्वारा की गई जांच के दौरान सामने आया कि प्रतिष्ठानों के द्वारा उत्तराखंड से बाहर स्थित कर्मों के बिलों की आड़ में बोगस आईटीसी का फायदा लेकर अपनी जीएसटी के देयता को समायोजित किया जा रहा है। फर्मों के द्वारा व्यापार से संबंधित दस्तावेजों को छुपाने के लिए बिल टू शिप मॉड्यूल का इस्तेमाल किया जा रहा है। आपको बता दें की टीमों के द्वारा 12 करोड़ से ज्यादा की जीएसटी चोरी सामने आई है।
जांच के दौरान ई वे बिल वाहनों की जांच करने पर सामने आया कि ई वे बिल में दर्शाए गए स्थल के मार्ग पर टोल प्लाजा को पार ही नहीं किया जा रहा था। जब फार्मा की बैकवार्ड चैन को खंगाला गया तब टीम को पता चला कि वह प्रतिष्ठान अस्तित्व में है ही नहीं या फिर विभाग द्वारा पंजीकरण निरस्त कर दिया गया है। उसके अलावा कई फर्म ऐसे माल की ट्रेडिंग कर रहे थे जिसने कभी वह माल खरीदा ही नहीं था। फार्म में यह धोखाधड़ी का काम पिछले 4 सालों से हो रहा था।
16 टीमों ने की छापेमारी | Tax Department Raid In Uttarakhand
राज्य कर विभाग को जीएसटी चोरी की सूचना मिलने पर मुख्यालय के द्वारा फार्मो पर नजर रखी जा रही थी। गुरुवार को राज्य कर आयुक्त के निर्देशों पर 16 टीमों में 60 अधिकारियों को तैनात कर छापेमारी अभियान चलाया गया। आपको बता दें कि यह छापेमारी देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, काशीपुर, हल्द्वानी और रुद्रपुर में की गई। छापेमारी के दौरान टीमों के द्वारा मौके से फार्म के दस्तावेज, लैपटॉप, कंप्यूटर और मोबाइल फोन को कब्जे में लिया गया है। आपको बता दें कि कई फॉर्म के द्वारा मौके पर ही एक करोड़ से ज्यादा का जीएसटी भी जमा किया गया।
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