Uttarakhand में आया एंबुलेंस कर्मियों के लापरवाही का एक और मामला, दूसरी एंबुलेंस बुलाकर बची मरीज की जान |

Uttarakhand में एंबुलेंस कर्मियों की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। आपको बता दें की पहले भी एंबुलेंस के चालक ने नशे की हालत में एंबुलेंस को दीवार से भिड़ा दिया था। Uttarakhand के बागेश्वर जिले के बिलोना गांव से अल्मोड़ा के लिए मरीज को लेजा रही एंबुलेंस का ड्राइवर और अन्य कर्मी नशे में धुत्त होकर एंबुलेंस में सो गए और मरीज को सड़क पर छोड़ दिया।

Uttarakhand में खून की उल्टी करते मरीज को एंबुलेंस से बाहर कर सो गए दोनो कर्मी |


बुधवार की रात बिलौना निवासी राम प्रसाद को अचानक खून की उल्टियां होने के कारण जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें अल्मोड़ा के लिए रेफर किया। जिसके बाद मरीज को एंबुलेंस में बिठा कर रात 10 बजे अल्मोड़ा के लिए रवाना किया गया लेकिन बागेश्वर से 7 किलोमीटर चलने के बाद पौड़ीधार के पास पहुंचने के बाद एंबुलेंस के ड्राइवर हरीश उप्रेती और ईएमटी चंद्रशेखर जोशी ने शराब पी। शराब पीने के बाद उन्होंने मरीज को सड़क पर छोड़ दिया और एंबुलेंस में आकर सो गए।

सीएमओ से बात कर बुलाई गई दूसरी एंबुलेंस।


Uttarakhand एंबुलेंस कर्मियों की यह हरकत देख मरीज के परिजन परेशान हो गए, काफी देर तक कर्मियों को उठाने की कोशिश करने के बाद उन्होंने इसकी शिकायत सीएमएस, डीएम समेत भाजपा जिलाध्यक्ष इंद्र सिंह फस्वार्ण से की, जिसके बाद भाजपा नेता रवि करायत और अन्य लोग मौके पर पहुंचे। जिसके बाद सीएमओ से बात कर दूसरी एंबुलेंस को बुलाया गया। एंबुलेंस के आने के बाद मरीज को अम्लोरा भेजा गया।


भाजपा नेता रवि करायत ने जानकारी देते हुए बताया की मरीज की हालत में सुधार है और मामले का संज्ञान लेते हुए बागेश्वर सीएमओ ने एबुलेंस के दोनो कर्मियों को नौकरी से हटा दिया गया है।

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