What Is Fatty Liver : फैटी लीवर: कारण, लक्षण और उपचार

“हर तीसरे भारतीय को फैटी लिवर (Fatty Liver ) है, जो टाइप-2 मधुमेह और दूसरे मेटाबॉलिक डिसऑर्डर्स का कारण है” यह कहना है केंद्रीय मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह का। उन्होंने कहा कि नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर एक बड़ा मेटाबॉलिक लिवर डिसऑर्डर है और यह सिरोसिस और प्राइमरी लिवर कैंसर में तब्दील हो सकता है। यह मधुमेह हाइपरटेंशन हृदय रोग और अन्य बीमारियों को बढ़ावा देता है। तो आईए जानते हैं क्या है फैटी लीवर का कारण, लक्षण और बचाव।

फैटी लीवर क्या है? Fatty Liver

फैटी लीवर (Fatty Liver) एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जिसमें लीवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त वसा जम जाती है। यह स्थिति दो प्रकार की होती है:

  1. एल्कोहोलिक फैटी लीवर (Alcoholic Fatty Liver): यह अत्यधिक शराब के सेवन के कारण होता है।
  2. नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लीवर (Non-Alcoholic Fatty Liver): यह शराब के सेवन के बिना होता है और आमतौर पर मोटापा, डायबिटीज, और उच्च कोलेस्ट्रॉल से जुड़ा होता है।

फैटी लीवर के कारण | Fatty Liver

  1. अत्यधिक शराब का सेवन: यह लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है।
  2. मोटापा: अधिक वजन लीवर में वसा के जमाव को बढ़ाता है।
  3. डायबिटीज: उच्च रक्त शर्करा का स्तर लीवर को प्रभावित करता है।
  4. उच्च कोलेस्ट्रॉल: बढ़ा हुआ ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर लीवर में वसा बढ़ा सकता है।
  5. दवाओं का सेवन: कुछ दवाइयां लीवर में वसा जमाव को बढ़ा सकती हैं।

फैटी लीवर के लक्षण | Fatty Liver

फैटी लीवर अक्सर बिना लक्षणों के होता है, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण हो सकते हैं:

  1. थकान: सामान्य से अधिक थकान महसूस होना।
  2. पेट में दर्द: पेट के दाहिनी ओर दर्द या असहजता।
  3. वजन घटाना: अचानक वजन कम होना।
  4. भूख में कमी: खाने की इच्छा में कमी।
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फैटी लीवर का निदान |Fatty Liver

फैटी लीवर का निदान निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:

  1. रक्त परीक्षण: लीवर के एंजाइम्स का स्तर जांचना।
  2. अल्ट्रासाउंड: लीवर की संरचना को देखने के लिए।
  3. सीटी स्कैन या एमआरआई: लीवर में वसा की मात्रा का अनुमान लगाना।
  4. लिवर बायोप्सी: लीवर की कोशिकाओं का परीक्षण करना।

फैटी लीवर का उपचार |Fatty Liver

  1. जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम।
  2. वजन घटाना: स्वस्थ वजन बनाए रखना।
  3. शराब से परहेज: शराब का सेवन पूरी तरह बंद करना।
  4. दवाएं: डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाओं का सेवन।
  5. नियमित स्वास्थ्य जांच: लीवर की स्थिति की निगरानी करना।

फैटी लीवर से बचाव के उपाय |Fatty Liver

  1. स्वस्थ आहार: ताजे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज का सेवन।
  2. नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करना।
  3. शराब से परहेज: शराब का सेवन नियंत्रित रखना।
  4. दवाओं का सही सेवन: डॉक्टर की सलाह के बिना दवाओं का सेवन न करना।
  5. नियमित जांच: समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवाना।

फैटी लीवर एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही उपचार और जीवनशैली में बदलाव से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आपको फैटी लीवर के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

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Rupa Rani
Rupa Rani

Rupa Kumari is a young journalist with 5 years of experience in digital media in Uttarakhand. Currently, she is associated with TII, where she covers Uttarakhand politics as well as lifestyle, sports, and national and international news.