राज्य में लगातार (Wind Chill Effect In Uttarakhand ) बढ़ती ठंड के कारण तापमान गिरता जा रहा है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। देहरादून में आज भी घना कोहरा छाया रहेगा मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत उधम सिंह नगर पौड़ी हरिद्वार और नैनीताल जिले में घना कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
ठंड से बचने के लिए लोग के साथ ही मवेशी भी अलाव का सहारा ले रहे हैं। पहाड़ी इलाकों में दिन के समय धूप खिलने से लोगों को गुलाबी ठंड का एहसास हो रहा है।राज्य में शीत लहर के चलने से कड़ाके की ठान डी पड़ रही है ठंड से बचने के लिए लोग आग सेक रहे हैं तो वही इस दौरान कुछ आवारा पशुओं को भी कांपते हुए आग के पास आकर आज सेकते देखा गया। (Wind Chill Effect In Uttarakhand) मवेशियों द्वारा आज से के जाने का यह अनोखा मामला हल्द्वानी में सामने आया है हल्द्वानी में राहगीरों को ठंड से राहत पाने के लिए जले गई आग को इंसान के साथ-साथ जानवर भी देखे दिखे।
मौसम के बदलते स्वभाव में इस साल विंटर बारिश न होने की वजह से बर्फबारी नहीं हुई है आपको बता दें कि बीते दो दिनों से विंड चाइल्ड इफेक्ट के शुरू होने से तुरंत बढ़ गई है मौसम विज्ञानियों को का कहना है कि आने वाले कुछ दिन तक बारिश और बर्फबारी के आसार नहीं है ऐसे में पहाड़ों में पल तो मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाने से राज्य भर में लोगों को ठंड परेशान कर सकती है।
क्या होता है विंड चिल इफेक्ट | Wind Chill Effect In Uttarakhand
विंड चिल इफेक्ट बारिश और बर्फबारी के अभाव में बढ़ाने वाली चित्रण चित्रण होती है जिसकी वजह से तेजी से तापमान गिरता है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति ठंड में बाहर खड़ा होता है तो उसके शरीर से गर्मी जल्द खत्म होने लगती है। आपको बताने की विंडशील्ड इफेक्ट का सीधा असर तापमान पर पड़ता है शीत लहर चलने से बारिश बर्बादी जैसी ठंड महसूस होती है।
अगले 6 दिन नहीं होगी बारिश बर्फबारी। Wind Chill Effect In Uttarakhand
राज्य के मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक विक्रम सिंह ने बताया कि आगामी 6 दिनों में बारिश और बर्फबारी के कोई असर नहीं बन रहे हैं बारिश होने के बाद ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है साथ ही उन्होंने बताया कि बर्फबारी होने के लिए बारिश का होना जरूरी है बारिश से तापमान में कमी आती है और तापमान शून्य होने के बाद ही बर्फबारी शुरू होती है। लेकिन इस साल विंटर बारिश नहीं होने के कारण बर्फबारी भी नहीं हो रही है।