हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। पर्यावरण दिवस मनाने की (World Environment Day 2024) शुरुआत 5 जून, 1972 को यूनाइटेड संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा की गई थी, तब से ही 5 जून को पूरे विश्व में पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। पर्यावरण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को लेकर लोगों को जागरूक करना है। इस दिन लोगों को जागरुक करने के लिए पर्यावरण से जुड़े कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
1974 में मनाया गया था पहला विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day 2024)
5 जून, 1972 को पहला पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें 119 देशों ने हिस्सा लिया था। इस सम्मेलन में पर्यावरण दिवस मनाने के फैसले के बाद पहली बार साल 1974 में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था, जिसकी थीम एक पृथ्वी रखी गई थी। साल 2024 में विश्व पर्यावरण दिवस की थीम भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सुख सहनशीलता यानी (Land Restoration Desertification And Drought Resilience) रखा गया है। इसका फोकस हमारी भूमि नारे के तहत भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे पर केंद्रित करता है।
प्रदूषण के कारण हो रहा है प्रकृति को नुकसान (World Environment Day 2024)
पर्यावरण का मतलब पूरी प्रकृति परिवेश से है। जिसमें हम रहते हैं इसमें हमारे चारों ओर के सभी जीवित और निर्जीव तत्व शामिल होते हैं जैसे की हवा, पानी, मिट्टी, पेड़ – पौधे, जानवर और अन्य जीव – जंतु । पर्यावरण के घटक लगातार एक दूसरे के साथ जुड़कर एक समग्र स्थिति के तंत्र का निर्माण करते हैं।
पूरी दुनिया के साथ ही भारत में भी प्रदूषण तेजी से फैल रहा है। बढ़ता प्रदूषण प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहा है। यह प्रदूषण का ही असर है कि साल 2024 में भारत का तापमान इतिहास में पहली बार 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इस वर्ष भारत में जहां पूरब में बाढ़ तबाही मचा रही है, पश्चिमी क्षेत्रों में बिन मौसम बर्फबारी देखी जा रही है, उत्तर में भीषण गर्मी लोगों को सता रही है और दक्षिण में रेमल साइक्लोन अपना कहर बरपा रहा है।
जिस वजह से सभी लोगो को पर्यावरण को बचाने की कोशिश करनी चाहिए। इस विश्व को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए संकल्प लेना चाहिए। World Environment Day 2024
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