Writer Village Inauguration: देहरादून के थानों में लेखक गांव में 3 दिवसीय स्पर्श हिमालय महोत्सव कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ। हिमालय महोत्सव में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लेखक, विचारक और पत्रकार होंगे शामिल।
3 दिवसीय कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
आपको बता दे आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के थानों के लेखक गांव में तीन दिवसीय स्पर्श हिमालय महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के दौरान पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जानकारी के अनुसार कार्यक्रम से पहले कलाकारों द्वारा छोलिया नृत्य की प्रस्तुति दिखाई गई। हिमालय महोत्सव में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लेखक, विचारक और पत्रकार भी शामिल होंगे।
अटल बिहारी वाजपेई से जुड़ी है कहानी
सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस लेखक गांव का जन्म भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की पीड़ा से हुआ है। वाजपेई जी ने अपनी एक किताब में बताया है कि देश में लेखकों को कोई विशेष सम्मान नहीं मिलता है। जिसके चलते निराला, श्याम नारायण पांडे जैसे लेखकों की मौत गरीबी में हुई इन लेखकों के पास दवा तक खरीदने के पैसे नहीं थे। अटल जी द्वारा कहा गया था कि कोई भी इस दिशा में नहीं सोचेगा इसके बाद लेखक गांव उनके लिए एक श्रद्धांजलि है।
करीब 40 देश के लोग होंगे शामिल
लेखक गांव देश का ऐसा पहला गांव बनेगा जहां सृजनता, शोध और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। आपको बता दे इस कार्यक्रम में 65 से भी ज्यादा देशों के साहित्यकार और लेखक एक दूसरे से जुड़ेंगे और 40 देश के लोग इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
जानकारी के अनुसार लिखा गांव के पुस्तकालय में देश और विदेश की करीब एक लाख पुस्तक के रखी जाएगी।