22 Websites Close In Uttarakhand: पिछले साल अक्टूबर में हुए साइबर हमले के बाद, उत्तराखंड की सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) ने राज्य सरकार की सभी वेबसाइटों को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया था। यह कदम साइबर हमले के प्रभाव को कम करने के लिए उठाया गया था और बाद में आईटीडीए ने वेबसाइटों के सुरक्षा ऑडिट और अन्य सुरक्षा मानकों को पूरा करने के बाद उन्हें एक-एक करके फिर से खोलने की प्रक्रिया शुरू की।
साइबर हमले के बाद, आईटीडीए के विशेषज्ञों ने बेहद सतर्कता बरतते हुए कई विभागों की वेबसाइटों को बंद कर दिया था। जिन विभागों की वेबसाइटों में सुरक्षा खामियां पाई गईं, उन्हें तुरंत बंद कर दिया गया था। कुल मिलाकर, 22 वेबसाइटों को सुरक्षा मानकों की जांच और सुधार के लिए बंद किया गया। इनमें से नौ वेबसाइटें वायरस के खतरे की वजह से बंद की गई थीं, जबकि 13 वेबसाइटें विभागों ने स्वयं बंद की थीं क्योंकि उनकी कोडिंग या सुरक्षा सिस्टम अप-टू-डेट नहीं थे।
आईटीडीए ने इन 22 वेबसाइटों को फिर से शुरू करने से पहले, सुरक्षा ऑडिट के तहत कोडिंग सुधारने और उच्च सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बुलाई है। इसके लिए आईटीआई लिमिटेड, टीसीआईएल जैसी सरकारी कंपनियों के विशेषज्ञ इन वेबसाइटों की कोडिंग करेंगे। इन सुधारों के बाद, वेबसाइटों को फिर से चालू किया जाएगा।
इसके अलावा, राज्य के डेटा की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए, आईटीडीए ने एक डिजास्टर रिकवरी सेंटर (डीआर सेंटर) स्थापित करने की योजना बनाई है। यह सेंटर दूसरे भौगोलिक राज्य में बनाया जाएगा, ताकि किसी भी आपदा या संकट की स्थिति में राज्य का डेटा सुरक्षित रहे और वेबसाइटों का संचालन जल्दी से शुरू किया जा सके। इसके लिए केंद्र सरकार ने 21 एजेंसियों को सूचीबद्ध किया है, जिनमें से सबसे उपयुक्त एजेंसी को यह कार्य सौंपा जाएगा। इस सेंटर का उद्देश्य राज्य के डेटा की सुरक्षा और संचालन को सुनिश्चित करना है, ताकि किसी बड़े साइबर हमले या प्राकृतिक आपदा के बाद डेटा सेंटर को नुकसान होने पर तुरंत बैकअप से वेबसाइटों का संचालन किया जा सके।
नया डाटा सेंटर: आईटीडीए ने यह भी घोषणा की है कि साइबर हमले के बाद से जो डाटा सेंटर प्रभावित हुआ था, उसे अब सॉफ्टवेयर विकास जैसे परीक्षण कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा, आईटी पार्क में एक नया और अत्याधुनिक डाटा सेंटर बन रहा है, जो आईटीडीए का नया मुख्य डाटा सेंटर होगा। यह नया डाटा सेंटर अधिक सुरक्षित और अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा, जो भविष्य में राज्य की वेबसाइटों और डेटा की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।