उत्तराखंड की (Dehradun Railway Station) राजधानी देहरादून के रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के लिहाज से असुरक्षित बताया गया है जिसके चलते रेलवे स्टेशन पर किसी भी समय सेंध लग सकती है। रेलवे स्टेशन की सुरक्षा ऑडिट करने पहुंची टीमों ने यहां तमाम तरह की खामियां पाई है।
शुक्रवार 2 फरवरी को देहरादून रेलवे स्टेशन पर आईबी, जीआरपी, आरपीएफ, रेलवे, पुलिस अधिकारियों की टीमों ने सुरक्षा ऑडिट की, स्टेशन का हाल देख टीमें भी हैरान रह गई रेलवे स्टेशन पर सबसे बड़ी खामी वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे के रूप में सामने आई। इसके अलावा चारों तरफ की दीवारें भी टूटी हुई है जहां से स्थानीय और रेलवे कर्मचारी अपने वाहनों को प्लेटफार्म पर लेकर आते हैं।
यह पाई गई खामियां | Dehradun Railway Station
Dehradun Railway Station का ऑडिट करने पहुंची टीमों ने टिकट काउंटर हाल बाहर की दीवारों प्रवेश द्वार पर्सनल ऑफिस क्लासरूम प्लेटफार्म आदि का निरीक्षण किया जिस दौरान टीमों को कई तरह की खामियां मिली।
- स्टेशन पर कैमरे की कमी, चारों तरफ की दीवारें टूटी हुई पाई गई, स्टेशन की पूर्वी और पश्चिमी दिशा की दीवार टूटी हुई होने से स्टेशन में ज्यादातर असमाजिक तत्व घुस आते है, जिसके कारण चोरी, लूट जैसे घटनाए होती है।
- ऑडिट टीमों के द्वारा स्टेशन के होम सिग्नल तक दीवार बनाने का सुझाव दिया गया है साथ ही दीवारों पर फेंसिंग 3 फीट ऊंची करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। आपको बता दें कि ऑडिट टीम के अधिकारियों ने सभी कमियों को सुरक्षा में खतरा बताते हुए रिपोर्ट तैयार की है जो की रेलवे मंत्रालय को सौंपी जाएगी।
- Dehradun Railway Station पर लगे कैमरा के बारे में टीम के द्वारा बताया गया की स्टेशन पर लगे कैमरे में चेहरे की नजर नहीं आते हैं सुरक्षा के लिए हास्य रेलवे स्टेशन पर इट्स कैमरे लगे जाने थे जिसकी जगह पर बुलेट कैमरे लगाए गए हैं बुलेट कैमरे सिर्फ 2 मेगापिक्सल के होते हैं जिससे प्लेटफार्म पर घूम रहे लोगों के चेहरे साफ नजर नहीं आते हैं। ऑडिट टीम ने यह भी बताया कि कमरे गलत दिशा में लगाए गए हैं जिसके लिए कमेटी ने दिशा बदलने के निर्देश दिए हैं।Dehradun Railway Station
- ऑडिट टीम में शामिल पुलिस, जीआरपी और आईबी की टीम में स्टेशन प्लेटफार्म पर दुकानों के सत्यापन की भी जांच की। इसके साथ ही हर दुकान में अग्निशमन यंत्र और गैस सिलेंडरों की भी चेकिंग की गई। जांच के दौरान यह भी सामने आए की टिकट काउंटर पर रात में कोई भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं होता है। रेलवे महिला कर्मचारियों के द्वारा शाम के समय सामाजिक और सामाजिक तत्व हाल के पास बैठने की शिकायत भी दर्ज की गई है लेकिन बावजूद इसके अभी तक कोई भी सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं किया गया है।
- ऑडिट टीम ने जांच के दौरान पाया की इतने बड़े स्टेशन के प्रवेश द्वार पर सामान की जांच के लिए कोई स्कैनर भी उपलब्ध नहीं है। सुरक्षा जांच उपकरण के नाम पर केवल एक मेटल डिटेक्टर लगाया गया है, जो कि आईबी के अधिकारी के द्वारा चलाई जाने पर नहीं चला।Dehradun Railway Station