Telegram Investigation In India: मैसेजिंग एप टेलीग्राम के सीईओ पावेल की गिरफ्तारी होने के बाद टेलीग्राम की जांच भारत सरकार ने भी शुरू कर दी है। भारत सरकार जानना चाहती है कि टेलीग्राम का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में तो नहीं हो रहा। टेलीग्राम के जरिए चलाए जा रहे हैं अपराधी कानून अपराधिक गतिविधियों में अवैध वसूली और जुआ जैसी चीज शामिल है।
आपको बता दे की जांच में यदि टेलीग्राम अपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और जुए का दोषी पाया जाता है तो टेलीग्राम भारत में बैन हो सकता है। टेलीग्राम के करीब 50 लाख यूजर भारत में है। भारत सरकार के अधीन आने वाली एजेंसी इंडियन साइबर क्राइम कॉन्टिनेंट सेंटर (14c) टेलीग्राम की जांच कर सकती है।
फ्रांस में गिरफ्तार हुआ पावेल | Telegram Investigation In India
बीते शनिवार 24 अगस्त को टेलीग्राम के फाउंडर और सीईओ पावेल ड्यूरोव को फ्रांस के बार्गेट हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी पुलिस जांच के तहत की गई है। जिसमें पाया गया था कि मॉडरेटर की कमी ने टेलीग्राम एप पर आपराधिक गतिविधियों को बिना रोक-टोक चलने दिया।
NEET UG पेपर लीक से जुड़ा टेलीग्राम | Telegram Investigation In India
आपको बता दे कि इससे पहले भी टेलीग्राम को गलत सूचना फैलाने और गलत गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। साथ ही यूजीसी नीट विवाद में मेडिकल प्रवेश परीक्षा का पेपर टेलीग्राम प्लेटफार्म पर शेयर किया गया था। प्लेटफार्म पर पेपर ₹5000 से ₹10000 के बीच बेचा गया था।
2013 में लॉन्च हुआ था टेलीग्राम | Telegram Investigation In India
यदि पावेल ड्यूरो के खिलाफ लगाए जा रहे सभी आरोप सही पाए जाते हैं तो पावेल को 20 साल तक की सजा हो सकती है, साथ ही उन्हें जुर्माना भी देना पड़ सकता है। आपको बता दे की साल 2013 में टेलीग्राम की शुरुआत हुई थी। अपने शुरुआती दिनों में कंपनी को रेवेन्यू बनाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, कंपनी ने इस परेशानी से उभरने के लिए टेलीग्राम प्रीमियम भी लॉन्च किया था। Telegram Investigation In India
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