दिसंबर को हुए जम्मू के पुंछ (Poonch Attack) जिले के बफलियाज इलाके में में आतंकी हमले में दो जवान शहीद हुए थे। जिनमे पौड़ी जिले के कोटद्वार निवासी राइफलमैन गौतम कुमार और चमोली जिले के बमियाला गांव के वीरेंद्र सिंह थे। जवान शहीदों में से गौतम कुमार का पार्थिव शरीर सोमवार, 25 दिसंबर को सेना के विमान से देहरादून एयरपोर्ट लाया गया जहां सेना ने गौतम को गार्ड आफ ऑनर दिया। वही सीएम धामी ने बलिदानी को श्रद्धांजलि दी।
देहरादून एयरपोर्ट के बाद बलिदानी के पार्थिव शरीर को सेना के हेलीकॉप्टर से उनके घर भेजा गया जहां पर विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने बलिदान को बलिदानी को श्रद्धांजलि दी। बलिदानी के शव के घर पहुंचते ही परिजनों की भर गई। मां बेटे के पार्थिव शरीर को देखते ही बिलख पड़ी। आपको बता दें कि गौतम की शादी होने वाली थी। घर में शादी की तैयारी का माहौल था। बृहस्पतिवार को आतंकी हमले में गौतम के शहीद होने की खबर मिलते ही घर में मातम पसर गया।
गौतम 2014 में सेवा के 79 आर्म कोर में हुए थे भर्ती Poonch Attack
शहीद जवान गौतम 2014 में सेवा के 79 आर्म कोर में भर्ती हुए थे। वह पिछले 2 साल से जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर (Poonch Attack) में तैनात थे। आपको बता दें कि गौतम 1 दिसंबर को ही 15 दिन की छुट्टी पर घर आया था और 16 दिसंबर को फिर ड्यूटी ज्वाइन की थी। 2 साल पहले उनके पिता का निधन हुआ था, वह शिक्षा विभाग में थे। शाहिद गौतम की माता नीलम ग्रहणी है। गौतम चार भाई बहनों में सबसे छोटा था। दो बहनों की शादी हो चुकी है और राहुल, गौतम का भाई भी शिक्षा विभाग में कार्यरत है।