20 दिन के लिए की जाएगी गंगनहर बंद, हर की पैड़ी पर नहर बंदी के बाद भी मिलेगा गंगाजल……

Haridwar Gangnahar

Haridwar Gangnahar: हरिद्वार में गंगनहर लगभग 20 दिन के लिए बंद की जा रही है। 11 अक्टूबर की रात से अगले 20 दिन तक नहर बंद रहेगी। हर की पैड़ी पर नहर बंदी में भी होगा स्नान आपको बता दे हर साल दशहरा पर्व पर उत्तराखंड की गंगनहर को मरम्मत के कारण बंद किया जाता है। इस बार 11 अक्टूबर की रात से अगले 20 दिन तक गंगनहर बंद की जाएगी। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग का दावा है कि गंगनहर बंदी के बाद भी श्रद्धालुओं के लिए हर की पैड़ी पर गंगाजल की कोई कमी नहीं रहेगी।विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि बांध बनाकर अविरल गंगा से सीधा हर की पैड़ी पर पर्याप्त गंगा जल लाया जाएगा, जिससे देश-विदेश से आए सभी श्रद्धालु गंग नहर बंद होने पर भी हर की पैड़ी पर स्नान कर पाएंगे। यूपी सिंचाई विभाग ने बनाई योजना जानकारी के अनुसार गंगनहर बंद होने के दौरान हर की पैड़ी पर गंगाजल बहुत कम हो जाता है, जिससे श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के साथ गंगाजल मिलना भी मुश्किल होता है। जिसकी वजह से यूपी सिंचाई विभाग द्वारा योजना बनाई गई कि इस बार हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं को पानी उपलब्ध कराया जाए। यह भी पढ़ें उत्तराखंड स्थापना दिवस के दिन लागू हो सकता है UCC, जल्द शुरू होगा सत्यापन…..

15 नवंबर से आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन होंगे शुरू, जानिए जरूरी जानकारी…….

Heli Service Soon to Begin

Heli Service Soon to Begin: उत्तराखंड में आदि कैलाश और ओम पर्वत की हेली सेवा जल्द शुरू होने जा रही है। हेली कंपनी रुद्राक्ष एविएशन द्वारा जॉली ग्रांट हेलीपैड से बद्री– केदार धामों के लिए उड़ान भरी जाएगी। बुजुर्ग और बच्चे भी कर सकेंगे दर्शन आपको बता दें उत्तराखंड में 15 नवंबर से पिथौरागढ़ के नैनी सैनी एयरपोर्ट से प्रस्तावित हेलीकॉप्टर सेवा में बुजुर्ग और बच्चों को आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन शुरू होंगे। जानकारी के अनुसार हेली कंपनी द्वारा करीब एक हफ्ते पहले से सफल ट्रायल पूरा कर दिया गया है। जानिए यात्रा के लिए क्या दस्तावेज हैं अनिवार्य यह हवाई यात्रा करीब 2 घंटे की बताई जा रही है। आपको बता दे नैनी सैनी एयरपोर्ट से एमआई 17 हेलीकॉप्टर सुबह लगभग 8:30 बजे 18 यात्रियों को लेकर उड़ान भरेगा। इस हवाई सेवा का एक दिन में एक ही फेर लगाया जाएगा।नैनी सैनी एयरपोर्ट से हेली सेवा 15 नवंबर से फरवरी तक संचालित की जाएगी। सभी यात्रियों की जानकारी के लिए वातावरण को देखते हुए हेलीकॉप्टर में बैठे यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क लगाना और मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट देना अनिवार्य होगा। यात्रा की बुकिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से हो पाएगी। हेली कंपनी द्वारा पर्यटन विभाग और सरकार को यात्रा का शेड्यूल दिया गया है। दोनों पर्वतों के दर्शन ऊपर से ही कराए जाएंगे साथ ही यह जानकारी है कि रुद्राक्ष एविएशन द्वारा श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर के जरिए दोनों पर्वतों के दर्शन ऊपर से ही कराए जाएंगे। ओम पर्वत और आदि कैलाश अति दुर्गम पहाड़ में स्थित है, जिससे कई मैग्नेटिक फील्ड वहां मौजूद है ऐसे में यहां यात्रियों द्वारा चढ़ाई करना काफी कठिन माना जाता है। जिसकी वजह से हेलीकॉप्टर द्वारा दोनों पर्वतों में ऊपर से ही दर्शन कराए जाएंगे। यह भी पढ़ें सीएम धामी ने केदार घाटी को दी बड़ी सौगात, 14 महत्वपूर्ण घोषणाएं में शामिल कई मोटर मार्ग निर्माण कार्य

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर कर, 5 हजार होम स्टे हुए पंजीकृत

CM Dhami On Home Stay Registration: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य किया जा रहे हैंI सीएम धामी ने दीनदयाल उपाध्याय होमस्टे योजना के अंतर्गत राज्य में 5000 से ज्यादा होमस्टे का पंजीकरण कराए जाने की जानकारी दी। सीएम धामी के द्वारा राज्य में बढ़ते पर्यटन से ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं को बेहतर किए जाने के वापस लगातार काम किया जा रहे हैं जिसकी जानकारी सीएम धामी ने पोस्ट कर दी। उन्होंने लिखा “पर्यटन राज्य की आर्थिक का मुख्य आधार है और इसके माध्यम से हम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहे हैं। दीनदयाल उपाध्याय हम श्री योजना के अंतर्गत राज्य में 5000 से ज्यादा होमस्टे का पंजीकरण किया गया है जिससे राज्य की युवाओं को स्वरोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं।” यह भी पढ़े | केदारनाथ के आपदा प्रभावित व्यवसायियों को मिलेगी 9 करोड़ रुपए की राहत, मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश जारी….. सीएम धामी और पीएम मोदी ने दी डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि, देशवासियों को दी शिक्षक दिवस 2024 की बधाई

राज्य के 4 गांव को मिला सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार, सीएम धामी ने दी बधाई

Sarvshresth Paryat Gram Puraskar: 27 सितंबर विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर उत्तराखंड के चार गांव जखोल, सूपी, हर्षिल और गूंजी को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। आपको बता दें केंद्र सरकार के द्वारा दिल्ली में आयोजित किए गए कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड के 4 गांव को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी। सीएम धामी ने दी बधाई सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार मिलने पर सीएम धामी ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार मिलना उत्तराखंड के लिए एक गौरव की बात है राज्य सरकार राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैI सरकार के द्वारा चलाई जा रही होमस्टे योजना इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रही हैI साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने के साथ ही राज्य में साहसिक पर्यटन की गतिविधियों को भी बढ़ावा दे रही है। उत्तराखंड में हर क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम मिल रहे पर्यटन से रोजगार की वृद्धि पर बोलते हुए सीएम धामी ने कहा कि इससे राज्य में रोजगार सृजन में भी सहायता मिलेगी जनता के सहयोग से उत्तराखंड में हर क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैंI पीएम मोदी ने बाबा केदारनाथ की भूमि से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया था, राज्य सरकार उनके दिखाए गए मार्ग पर चलकर हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रही है। यह भी पढ़े | केदारनाथ के आपदा प्रभावित व्यवसायियों को मिलेगी 9 करोड़ रुपए की राहत, मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश जारी….. सीएम धामी ने की हाई लेवल मीटिंग, अपराधों पर नियंत्रण के निर्देश, अपराधियों में कानून व्यवस्था का कायम हो डर

संस्कृति और विरासत का संरक्षण: विश्व पर्यटन दिवस का महत्व

World Tourism Day: हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। यह दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन के महत्व को समझाने और उसे बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा किया जाता है। इसका उद्देश्य पर्यटन के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव को उजागर करना है। विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत 1980 में हुई थी। इस दिन को मनाने का निर्णय 1979 में UNWTO की आम सभा में लिया गया। पहले विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन 27 सितंबर 1980 को हुआ। इस दिन को चुनने का कारण यह है कि यह पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण गतिविधियों का समय है, जब लोग अपनी छुट्टियों की योजना बनाते हैं। विश्व पर्यटन दिवस का महत्व विश्व पर्यटन दिवस हमें याद दिलाता है कि पर्यटन केवल एक उद्योग नहीं है, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों, लोगों और प्राकृतिक स्थलों के बीच का एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य न केवल पर्यटन के महत्व को पहचानना है, बल्कि इसे स्थायी और जिम्मेदार बनाने के लिए सभी को प्रेरित करना भी है। हमें चाहिए कि हम इस दिन का उपयोग पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्थानीय समुदायों के विकास के लिए करें। विश्व पर्यटन दिवस न केवल पर्यटन के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह हमें एक समर्पित और जिम्मेदार पर्यटक बनने की प्रेरणा भी देता है। यह भी पढ़े | सीएम धामी ने विश्व पर्यटन दिवस की दी शुभकामनाएं, उत्तराखंड में पर्यटकों को किया आमंत्रित

सीएम धामी ने विश्व पर्यटन दिवस की दी शुभकामनाएं, उत्तराखंड में पर्यटकों को किया आमंत्रित

CM Dhami On World Tourism day: 27 सितंबर को पूरा विश्व “विश्व पर्यटन दिवस” के रूप में मना रहा है इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देशवासियों के साथ ही पूरे विश्व को विश्व पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं दी। सीएम धामी ने विश्व पर्यटन दिवस की दी शुभकामनाएं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पोस्ट करते लिखा “समस्त प्रदेशवासियों को “विश्व पर्यटन दिवस” की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। उत्तराखंड की अद्वितीय सुंदरता, हरे-भरे पहाड़ों, शीतल जलधारा और शांत झीलों में छिपा सौंदर्य मन को मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। यहां पर्यटन, रोमांच, अध्यात्म और शांति का एक अनूठा संगम है।” उत्तराखंड में पर्यटकों को किया आमंत्रित साथ ही उन्होंने लिखा “पर्यटकों को सुरक्षित, स्मरणीय और सकारात्मक यात्रा अनुभव प्रदान करना हमारी सरकार का संकल्प है और इस दिशा में हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं। आप सभी का नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड में हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है।” यह भी पढ़े |  पीएम मोदी सहित सीएम धामी ने दी गणेश चतुर्थी की बधाई, जाने किस पड़ोसी देश में गणपति यात्रा पर हुआ हमला सीएम धामी और पीएम मोदी ने दी डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि, देशवासियों को दी शिक्षक दिवस 2024 की बधाई

सुरक्षा को लेकर लोगों का बदरीनाथ हाईवे पर प्रदर्शन, बंद का ऐलान…..

Badrinath Highway Blocked by People

Badrinath Highway Blocked by People: आज नाराज आपदा प्रभावित ज्योर्तिमठ के लोगों ने बदरीनाथ हाईवे पर किया जाम। आज बाजार बंद करने का निर्णय भी लिया गया है जिससे चारधाम यात्रियों को हो सकती है दिक्कत। चक्का जाम के चलते श्रद्धालुओं को हो रही दिक्कत आपको बता दें जोशीमठ में आई आपदा के अब 21 महीने बीत चुके हैं, जिसके बाद भी नगर में सुरक्षात्मक कार्यों के नाम पर अभी तक कुछ काम नहीं किया गया है। वहीं दूसरी ओर टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष का कहना है कि जब तक प्रशासन के साथ कोई उचित वार्ता नहीं होती है तब तक चक्का जाम वापस नहीं लिया जाएगा।जानकारी के अनुसार मूल निवास स्वाभिमान संगठन की तरफ से आज बाजार बंद और चक्का जाम किया गया। इसके चलते बदरीनाथ हाईवे पर भी जाम लगाया गया है, जिसकी वजह से चारधाम यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। चक्का जाम की वजह से स्थानीय लोगों को भी आने जाने में मुश्किल हो गया है। समिति द्वारा की जा रही मांगे पिछले साल जोशीमठ में हुआ भू–धंसाव से प्रभावित ज्योर्तिमठ नगर में लोगों का कहना है कि अभी तक वहां सरकार द्वारा सुरक्षात्मक कार्यों में तेजी नहीं दिखाई गई है। लोगों की मांग है कि सुरक्षात्मक का कार्य ज्योर्तिमठ नगर में जल्द से जल्द शुरू किया जाए, साथ ही राहत, मुआवजा और पुनर्वास पर भी ध्यान दिया जाए। यह भी पढ़ें मोहकमपुर चौक पर मिला अज्ञात शव, पुलिस जांच में जुटी

15 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए शुरू होने जा रही बोटिंग, निगम द्वारा की जा रही तैयारियां……

Aasan Boating Soon To Begin

Aasan Boating Soon To Begin: उत्तराखंड रामसर साइट पर पर्यटकों के लिए बोटिंग 15 अक्टूबर से शुरू होने जा रही है। 5 नई बोट की जाएंगी शामिल। पैडल बोट है पर्यटकों की पसंद आपको बता दें आजकल आसन रामसर साइट के पास बने गढ़वाल मंडल विकास निगम के बोटिंग केंद्र में बोटिंग सीजन की तैयारी काफी उत्साह के साथ की जा रही हैं। सभी को पर्यटकों का इंतजार है। जानकारी के अनुसार पर्यटकों के लिए 15 अक्टूबर से बोटिंग शुरू होने जा रही है। इस बोटिंग साइट पर ज्यादातर पर्यटकों की संख्या पैडल बोट का लॉफ्ट उठाने आती है।मिली जानकारी के अनुसार इस बार बोटिंग सीजन में करीब 5 नई बोट केंद्र के बेड़े में शामिल की जाएगी। 5 नई बोट होंगी बेड़े में शामिल जैसा की देखा गया है उत्तराखंड में मानसून सीजन का अब आखिरी दौर है। जिसके चलते गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा पर्यटकों के बोटिंग करने की तैयारियां जोरों शोरों पर हैं। यहां आने वाले सभी पर्यटकों की जरूरत के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। आपको बता दे आसन रिसोर्ट के प्रबंधक द्वारा बताया गया कि केंद्र में सभी आवश्यक सुविधाएं की जा रही है, जिसके साथ ही खराब बोट और लाइफ जैकेट भी ठीक कराए जा रहे हैं। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार 5 नई बोट भी शामिल की जाएगी। निगम द्वारा पर्यटकों की सभी सुविधा को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। यह भी पढ़ें अवैध खनिज ढुलाई पर 1 लाख हुआ जुर्माना, वाहनों पर GPS लगाना होगा अनिवार्य…..

केदारधाम फिर हुआ श्रद्धालुओं से गुलजार, सोमवार को पहुंचे 11 हजार से ज्यादा श्रद्धालु

Kedarnath Dham yatra Update

Kedarnath Dham yatra Update: मानसून के कमजोर पड़ने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा ने जोर पकड़ लिया है। सोमवार को 11,242 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे, जिससे यात्रा की रफ्तार और बढ़ गई है। इसके अलावा, बद्रीनाथ, गंगोत्री, और यमुनोत्री धाम में भी श्रद्धालुओं की संख्या में उल्लेखनीय इजाफा हो रहा है। केदारनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या सोमवार को केदारनाथ धाम में 11,242 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। धाम के कपाट खुलने के बाद से अब तक 11,71,822 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार का आशीर्वाद प्राप्त किया है। सोमवार की सुबह मौसम साफ रहने के कारण श्रद्धालुओं ने पांच बजे से ही सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए यात्रा शुरू कर दी। गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा दूसरे चरण की यात्रा के दौरान, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में 22 दिनों में 1.45 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। यह संख्या दर्शाती है कि जैसे-जैसे मौसम सुधर रहा है, श्रद्धालुओं की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। वर्तमान में, यमुनोत्री धाम में छह लाख से अधिक और गंगोत्री धाम में 6.80 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। यात्रा की चुनौतियाँ और व्यवस्थाएँ चारधाम यात्रा के दौरान, यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए स्थानीय प्रशासन ने कई उपाय किए हैं। रास्तों की सफाई, चिकित्सा सुविधाएँ, और आपातकालीन सेवाओं का प्रावधान किया गया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। इस प्रकार, मानसून के कमजोर होने के साथ चारधाम यात्रा में बढ़ती रफ्तार श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास को दर्शाती है। केदारनाथ, गंगोत्री, और यमुनोत्री धाम में बढ़ती संख्या इस बात का संकेत है कि श्रद्धालु अपनी धार्मिक यात्रा को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह यात्रा न केवल आध्यात्मिक महत्व रखती है, बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन को भी बढ़ावा देती है। यह भी पढ़े | आज सोनप्रयाग भूस्खलन क्षेत्र से मिले 4 शव, 3 घायल अस्पताल में भर्ती….

केदारपुरी के निर्माण को समर्पित धामी सरकार, 22 करोड़ की लागत में संगम घाट का होगा पुनर्निर्माण

Sangam Ghat Reconstruction

Sangam Ghat Reconstruction In Kedarnath Dham : 14 साल पहले केदारनाथ धाम में आई आपदा के बाद भी अभी केदारनाथ धाम पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाया है। लेकिन धामी सरकार लगातार केदारनाथ धाम को पुनर विकसित करने की कवायत में लगी हुई है। इसी कड़ी में धामी सरकार के द्वारा 22 करोड़ से अधिक की लागत से केदारनाथ धाम में संगठन धाम का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। 22 करोड़ की लागत में संगम घाट का होगा पुनर्निर्माण संगम घाट का पुनर्निर्माण किए जाने की जानकारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पोस्ट कर दी। उन्होंने लिखा “श्री केदारनाथ धाम में 22 करोड़ से ज्यादा की लागत से संगम घाट का पूर्ण निर्माण किया जा रहा है। हमारी सरकार श्री केदारनाथ धाम को वैश्विक स्तर के तीर्थाटन क्षेत्र के रूप में विकसित कर रही है।” आपको बता दें कि साल 2013 में केदारनाथ में भीषण आपदा आई थी, आपदा के 10 साल होने के बाद केदारनाथ पुनर्निर्माण की राह पर ही था कि 2024 में फिर एक आपदा केदारनाथ में आ गई जिसके बाद केदारनाथ का विकास फिर शुरू किया गया है। जिसके अंतर्गत 22 करोड़ की लागत से संगम घाट के पुनर्निर्माण किया जा रहा हुई। यह भी पढ़े | दिव्यांग बच्चों के साथ सीएम धामी ने मनाया जन्मदिन, टपकेश्वर मंदिर में भगवान शिव का लिया आशीर्वाद पीएम मोदी सहित सीएम धामी ने दी गणेश चतुर्थी की बधाई, जाने किस पड़ोसी देश में गणपति यात्रा पर हुआ हमला