शनिवार को आगामी (Destination Wedding) चार धाम यात्रा को लेकर बद्री–केदार मंदिर समिति की बोर्ड बैठक में तैयारी को लेकर कई प्रस्ताव पारित हुए। बद्री–केदार मंदिर समिति की बोर्ड बैठक कैनाल रोड स्थित कार्यालय सभागार में अजेंद्र अजय की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक की शुरूआत भगवान बद्री विशाल की आरती पवन मंद सुगंध शीतल है मंदिर शोभितम की सांकेतिक स्तुति गान से हुई।
इन मुद्दो पर हुई चर्चा | Destination Wedding Place In Uttarakhand
बद्री केदार मंदिर समिति के द्वारा आयोजित की गई बैठक में गोरामाई मंदिर, गौरीकुंड परिसर विस्तार, जोशीमठ में श्री वासुदेव मंदिर, दुर्गा मंदिर परिसर सौंदर्यकरण, आधुनिक सूचना तकनीकी का इस्तेमाल करके तीर्थयात्रियों को ज्यादा से ज्यादा यात्रा की सुविधा मुहैया कराए जाने पर चर्चा की गई। डालमिया यात्री विश्रामगृह श्रीनगर का पुनर्निर्माण का प्रस्ताव भी पारित किया गया। आपको बता दें कि डालमिया यात्री विश्रामगृह श्रीनगर के अंतर्गत बहुमंजिला विश्राम गृह, पार्किंग, डीलक्स रूम बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
श्री त्रियुगीनारायण मंदिर परिसर को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में किया जाएगा विकसित | Destination Wedding Place In Uttarakhand
बैठक में वर्ष 2024 की यात्रा को लेकर तैयारियां, निर्माण–जीर्णोधार कार्य संबंधित प्रस्ताव पारित हुए। साथ ही मंदिर समिति कार्यालय को ई–ऑफिस के रूप में परिवर्तित करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे अध्यक्ष ने कहा कि मंदिर समिति तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही बैठक में श्री त्रियुगीनारायण मंदिर क्षेत्र को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने को लेकर भी प्रस्ताव पारित किया गया।
इन प्रस्तावों पर लगी मुहर | Destination Wedding Place In Uttarakhand
बैठक में श्री ट्रायोगी नारायण मंदिर परिसर को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में परिवर्तित करने के साथ ही मंदिर समिति में विभिन्न संवर्गों के सृजन, अस्थाई कर्मचारियों के विनियमितिकरण, मास्टर प्लान के तहत बद्रीनाथ धाम में ध्वस्त भावनाओं संरचनाओं के स्थान पर पूर्ण निर्माण, विनसर मंदिर चौथान पट्टी चौड़ी को बीकेटीसी के अधीनस्थ मंदिरों के अंतर्गत किए जाने पर विचार, रघुनाथ कीर्ति संस्कृत महाविद्यालय संचालन। Destination Wedding Place In Uttarakhand
दानीदाता की ओर से तांबे की चद्दर पर सोने की परत लगी श्रीमद् भागवत गीता को बद्रीनाथ मंदिर सभागृह परिसर में स्थापित करने, श्री ओंकारेश्वर मंदिर, श्री गौरामाई मंदिर के विस्तारीकरण, पुराने फार्मेसी भवन के स्थान पर नए प्रशासनिक भवन बनाने, ऊखीमठ जयबीरी तोक भूमि को लीज पर देने, केदारनाथ धाम के प्रवचन हाल में कर्मचारी आवास व्यवस्था बना ।
देहरादून पहुंचे इन्फ्लूएंजा के सब टाइप, ढाई साल की बची दून अस्पताल में हुई भर्ती |