Mahakumbh Comes To End On Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि 2025 के पावन अवसर पर महाकुंभ 2025 का समापन हो रहा है। 45 दिनों तक चलने वाले इस भव्य कुंभ में 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था के डुबकी लगाई है। महाशिवरात्रि पर कुंभ स्नान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और कुंडली में मौजूद पितृ दोष भी समाप्त हो जाते हैं।
आपको बता दें कि इस वर्ष की महाशिवरात्रि बेहद अहम मानी जा रही है क्योंकि इस साल महाशिवरात्रि पर ग्रहों और नक्षत्र का दुर्लभ योग बन रहा है। इसे आध्यात्मिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। माना जाता है कि इस दिन संगम में स्नान करने से ना केवल सभी पापों का नाश होता है बल्कि ग्रहण के अशुभ प्रभाव से भी मुक्ति मिल जाती है।
महाकुंभ के अंतिम स्नान का शुभ मुहूर्त ((Maha Kumbh 2025 Last Snan Shubh Muhurat)
- ब्रह्म मुहूर्त स्नान – प्रात: 05:10 से 06:00 बजे तक
- अमृत काल स्नान – सुबह 07:28 से 09:00 बजे तक
- संध्या मुहूर्त स्नान – सुबह 05:34 से 06:49 बजे तक
- विजय मुहूर्त स्नान – दोपहर 02:29 से 03:15 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त स्नान – संध्या 06:17 से 06:42 बजे तक
- रात्रि मुहूर्त स्नान – शाम 06:19 से 07:34 बजे तक
महाकुंभ 2025 में इतने श्रद्धालुओं ने किया स्नान
इस बार महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु पुण्य स्नान के लिए उमड़े। शुरुआत से ही श्रद्धालुओं की भीड़ संगम तटों पर उमड़ती रही।
- 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा): 1.70 करोड़ श्रद्धालु ने किया स्नान
- 14 जनवरी (मकर संक्रांति): 3.50 करोड़ श्रद्धालु ने किया स्नान
- 29 जनवरी (मौनी अमावस्या): 7.64 करोड़ श्रद्धालु ने किया स्नान
- 3 फरवरी (बसंत पंचमी): 2.57 करोड़ श्रद्धालु ने किया स्नान
- 12 फरवरी (माघ पूर्णिमा): 2 करोड़ श्रद्धालु ने किया स्नान