उत्तराखंड (Muslim Community Opposed UCC) में यूसीसी लागू होने से पहले राज्य के मुस्लिम समुदाय के लोग लोग उच्च के विरोध में उतर आए हैं। मुस्लिम समाज ने कुरान, शरीयत, मुस्लिम पर्सनल लॉ पर UCC को अतिक्रमण बताया है। मुस्लिम समाज द्वारा यूसीसी के खिलाफ सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ाई लड़ने की बात कहीं जा रही है। रविवार को देहरादून के पलटन बाजार से जमा मस्जिद में शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासनी इमाम संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुफ्ती रईस कासमी ने प्रेस कांफ्रेंस की, साथ ही प्रदेश के अन्य बहुत से मुस्लिम नेताओं और जन्म प्रतिनिधियों ने भी यूसीसी का विरोध जताया।
धर्म विशेष पर सीधा हमला यूसीसी | Muslim Community Opposed UCC
मुस्लिम सेवा संगठन के अध्यक्ष नईम कुरेशी, उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी ने यूसीसी को धर्म विशेष पर सीधा हमला बताया, उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूसीसी प्रावधानों में सीधे 4 मुस्लिम पर्सनल लॉ पर हमला किया गया है। यूसीसी लाने का मतलब मुस्लिम लॉ को खत्म करना है। यूसीसी ड्राफ्टिंग कमेटी में किसी भी धार्मिक धर्मगुरु या धर्म के जानकार को नहीं शामिल किया गया था। अनुसूचित जनजातियों को बाहर करने पर भी सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। Muslim Community Opposed UCC
बसपा के विधायक मोहम्मद शहजाद ने सरकार पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि उच्च के नाम पर सरकार समाज को बांटने का काम कर रही है संविधान के अनुसार सभी को अपने धर्म के अनुसार जीने का हक है। यूसीसी के जरिए सरकार लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता खत्म कर रही है। उन्होंने कहा कि बसपा उच्च का विरोध करती है और विधानसभा सत्र के दौरान भी इसके खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। Muslim Community Opposed UCC
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