उत्तराखंड राज्य में पिछले दो महीनों से भीषण गर्मी (Symptoms Of Heatstroke का सिलसिला जारी है। मैदानी क्षेत्र से लोग गर्मी से राहत पाने के लिए पहाड़ी इलाकों में सैर करने जा रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों द्वारा गर्मी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है ।
उत्तराखंड के मौसम विभाग के निदेशक के अनुसार आज राज्य के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। इसके विपरीत सभी मैदानी क्षेत्रों में लू चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पहले उत्तराखंड राज्य में मानसून पहुंचने की खबर 20 जून तक थी, मगर अब मौसम वैज्ञानिकों को इस प्री- मानसून की संभावना कम लग रही है। मैदानी क्षेत्र के साथ-साथ पहाड़ों में भी गर्मी अपना कहर बरसा रही है।
हीटवेव से बचने के उपाय: Symptoms Of Heatstroke
हाइड्रेटेड रहें:
दिन भर खूब सारा पानी पिएं। नारियल पानी, नींबू पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स भी ले सकते हैं।
हल्का भोजन करें:
ताजे फल, सलाद, और हल्का खाना खाएं। तली-भुनी और भारी चीजों से बचें।
ठंडक बनाए रखें:
जितना संभव हो घर के अंदर रहें और पंखे या एसी का उपयोग करें। खिड़कियों पर गहरे रंग के पर्दे लगाएं।
सही कपड़े पहनें:
हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें। गहरे रंग के कपड़ों से बचें क्योंकि ये अधिक गर्मी अवशोषित करते हैं।
धूप से बचें:
दोपहर 12 बजे से शाम 3 बजे तक धूप में बाहर निकलने से बचें। अगर बाहर जाना पड़े तो छाता, टोपी और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
ठंडे स्थानों का उपयोग करें: Symptoms Of Heatstroke
अगर घर में एसी नहीं है, तो मॉल, लाइब्रेरी, या अन्य ठंडी जगहों का रुख करें।
ठंडे पानी से स्नान करें:
दिन में दो बार ठंडे पानी से स्नान करें ताकि शरीर की गर्मी कम हो सके।
शरीर को ठंडा रखें:
ठंडी पट्टियों का उपयोग करें और माथे, गर्दन, और कलाई पर ठंडे पानी से भीगा हुआ कपड़ा रखें।
कैफीन और एल्कोहल से बचें:
इनसे शरीर में पानी की कमी हो सकती है, इसलिए इनका सेवन सीमित करें।
पौधों का उपयोग करें:
घर में पौधे लगाएं, वे प्राकृतिक रूप से वातावरण को ठंडा रखते हैं।
अतिरिक्त देखभाल:
बुजुर्गों, बच्चों और पालतू जानवरों का विशेष ध्यान रखें क्योंकि वे हीटवेव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
हीटवेव के दौरान करने योग्य:
दिनचर्या में बदलाव: अपने काम और गतिविधियों का समय सुबह या शाम के ठंडे समय में रखें।
चेतावनी संकेत: अगर चक्कर, सिरदर्द, थकान या बहुत ज्यादा पसीना हो रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हीटवेव के दौरान यह सुझाव अपनाकर आप अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
हीटवेव के लक्षण (Symptoms of Heatwave)
बहुत अधिक पसीना आना (Excessive Sweating):
शरीर अधिक पसीना छोड़ता है ताकि उसे ठंडा रखा जा सके।
थकान (Fatigue):
सामान्य से अधिक थकान और कमजोरी महसूस होना।
सिरदर्द (Headache):
धूप में ज्यादा देर रहने से या शरीर में पानी की कमी के कारण सिरदर्द हो सकता है। Symptoms Of Heatstroke
चक्कर आना (Dizziness):
खड़े होने या चलने में चक्कर आना या अस्थिर महसूस करना।
मांसपेशियों में ऐंठन (Muscle Cramps):
शरीर में पानी और नमक की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है।
चक्कर आना और बेहोशी (Dizziness and Fainting):
शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ने पर चक्कर आना या बेहोश हो जाना।
त्वचा का लाल होना (Red Skin):
त्वचा लाल और गर्म हो जाती है, खासकर चेहरे और गर्दन पर।
दिल की धड़कन तेज होना (Rapid Heartbeat):
शरीर का तापमान बढ़ने से दिल की धड़कन तेज हो जाती है।
मतली और उल्टी (Nausea and Vomiting):
हीटवेव के कारण मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है।
अत्यधिक प्यास (Extreme Thirst):
शरीर में पानी की कमी के कारण बहुत अधिक प्यास लगना। Symptoms Of Heatstroke
शरीर का तापमान बढ़ना (Increased Body Temperature):
शरीर का तापमान सामान्य से बहुत अधिक हो जाना।
सांस लेने में कठिनाई (Breathing Difficulties):
हीटवेव के दौरान सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
गंभीर लक्षण (Severe Symptoms)
यदि निम्नलिखित गंभीर लक्षण दिखें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें:
हीट स्ट्रोक (Heat Stroke):
बहुत तेज सिरदर्द, भ्रम, बेहोशी, तेज बुखार, और पसीना न आना।
संज्ञा खोना (Loss of Consciousness):
व्यक्ति बेहोश हो सकता है या उसे कोई प्रतिक्रिया न मिले। Symptoms Of Heatstroke
हीटवेव के दौरान सावधानी
यदि आप या कोई और ये लक्षण महसूस करता है, तो तुरंत इन कदमों का पालन करें:
ठंडी जगह पर जाएं (Move to a Cool Place): तुरंत छांव या ठंडी जगह पर जाएं।
पानी पिएं (Drink Water): पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
विश्राम करें (Rest): आराम करें और शरीर को ठंडा करने की कोशिश करें।
चिकित्सा सहायता प्राप्त करें (Seek Medical Help): अगर लक्षण गंभीर हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हीटवेव के दौरान सतर्क रहना और इन लक्षणों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।