Virat Kohli Video : विराट कोहली के संन्यास को लेकर वायरल हो रही वीडियो, ‘‘मैं हमेश नहीं खेलूंगा’’ पर फैंस ने दी प्रतिक्रिया

Virat Kohli Video

भारतीय क्रिकेट (Virat Kohli Video) के सेंसेशन कहीं जाने वाले विराट कोहली ने अपने करियर को लेकर बड़ी बात कही है जिसको सुनकर उनके फैंस इमोशनल हो गए हैं। रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु ने एक वीडियो शेयर की है जिसमें विराट अपने संन्यास के बारे में बात कर रहें हैं। विराट के अपने संन्यास के बारे में बात करते देखा उनके फैंस ने भी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में सोशल मीडिया पर अपने ऑफिशियल अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें कोहली ने अपने करियर को लेकर कहा कि वह हमेशा के लिए नहीं खेल सकते इसके चलते वह कुछ छोड़ना नहीं चाहते, जिसके लिए बाद में वह पछताएं। वीडियो पोस्ट किए गए वीडियो में एक होस्ट विराट से सवाल पूछता है गेम में क्या चीज आपको आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है? आप हर मैच में कैसे अपना बेस्ट देते हैं? जिसका जवाब देते हुए विराट कोहली ने कहा कि यह बहुत सिंपल है, हमारा करियर स्पोर्ट्समैन के तौर पर खत्म होना है। मैं हमेशा के लिए खेल नहीं सकता, इसलिए मैं कुछ छोड़ना नहीं चाहता। Virat Kohli Video ‘‘मैं हमेश नहीं खेलूंगा’’ पर फैंस ने दी प्रतिक्रिया | Virat Kohli Video आगे विराट कोहली ने कहा कि वह क्रिकेट में कुछ काम अधूरा नहीं छोड़ना चाहते जिससे उन्हें बाद में प्रस्ताव हो एक बार उनका क्रिकेट करियर पूरा हो गया तो वह चले जाएंगे इसके बाद कुछ वक्त तक लोग उन्हें देख नहीं पाएंगे वह चले जाएंगे वह जब तक खेल रहे हैं वह अपना 100% देना चाहते हैं बस यही चीज है जो उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। इंटरनेट पर विराट कोहली के संन्यास को लेकर वीडियो अपलोड होने के बाद से ही उनके फैंस इमोशनल होने लगे, साथ ही वह अलग-अलग प्रतिक्रिया देते हुए जमकर कमेंट कर रहे हैं। इस वीडियो पर एक यूजर ने कहा कि वीडियो देखकर मेरी नींद उड़ गई, आप खेलन मत छोड़ना। तो वहीं दूसरे ने लिखा 2017 तक खेलना, आपकी मौजूदगी ही काफी है। Virat Kohli Video यह भी पढ़े | साल 2019 के बाद CAU को मिले नए अध्यक्ष, IPL की तर्ज पर होंगे UPL, जल्द जारी होंगे कैलेंडर

Indian Football Update: 39 साल के सुनील छेत्री ने किया संन्यास का ऐलान, कुवैत में खेलेंगे अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला

Indian Football Update

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री (Indian Football Update) ने सोशल मीडिया के जरिए वीडियो शेयर कर इंटरनेशनल फुटबॉल से रिटायरमेंट लेने का ऐलान किया है। 6 जून को खेलेंगे मुकाबला (Indian Football Update) सुनील छेत्री द्वारा जानकारी दी गई कि वह अपना आखिरी मुकाबला कुवैत के खिलाफ 6 जून को खेलेंगे। कुवैत में होने वाले अगले फीफा वर्ल्ड कप सेमी फाइनल क्वालीफायर मैच में भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेलते नजर आएंगे। उन्होंने सभी को संन्यास लेने की जानकारी दी है। सोशल मीडिया अकाउंट द्वारा जारी की जानकारी (Indian Football Update) दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री 39 वर्ष के हैं, जिसमें उनका फुटबॉल करियर बहुत ही शानदार रहा है। आपको बता दें की सुनील छेत्री ने अपने 20 साल के इंटरनेशनल करियर में भारत की तरफ से 145 मुकाबले खेले हैं। इंटरनेशनल मैच में अब तक उनके द्वारा 93 गोल किए गए हैं। सुनील ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए करीब 9 मिनट का वीडियो पोस्ट कर दर्शकों को अपने रिटायरमेंट की जानकारी दी है। जिस पर मशहूर हस्ती विराट कोहली ने भी प्रतिक्रिया करते हुए उनका सहयोग किया है। Indian Football Update यह भी पढ़ें श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते 2 दिन पंजीकरण रोका गया, यात्रियों को हुई मायूसी

CBSE Board Result Out : सीबीएसई ने जारी किया 10वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम, यहां करें चेक

CBSE Board Result Out

सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board Result Out) की ओर से 13 अप्रैल को 10वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। अभ्यर्थी अपना परिणाम सीबीएसई बोर्ड की ऑफिशल वेबसाइट https//cbseresults.nic.in/, डिजिलॉकर और अन्य प्लेटफार्म पर भी देख सकते हैं आपको बता दें कि इस साल 15 फरवरी से 2 अप्रैल तक परीक्षाएं आयोजित की गई थी जिसमें लगभग 16 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने परीक्षाएं दी थी। इस बार कक्षा 12वीं में 87.98% बच्चे पास हुए हैं। छात्र सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट्स की आधिकारिक वेबसाइट results.cbse.nic.in पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकतें हैं। 12वीं देशभर के 17 रीजन में देहरादून रीजन 11वें स्थान पर रहा है। देहरादून रीजन का परिणाम 83.83 प्रतिशत रहा जो बीते वर्ष के मुकाबले तीन प्रतिशत तक बढ़ा है। CBSE Board Result Out सीबीएसई ने जारी किया 10वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम | CBSE Board Result Out अभ्यर्थी अपना परिणाम सीबीएसई बोर्ड की ऑफिशल वेबसाइट https//cbseresults.nic.in/, डिजिलॉकर और अन्य प्लेटफार्म पर भी देख सकते हैं आपको बता दें कि इस साल 15 फरवरी से 2 अप्रैल तक से भी ऐसी की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं आयोजित की गई थी जिसमें लगभग 16 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने परीक्षाएं दी थी। CBSE Board Result Out सीबीएसई के देहरादून रीजन में उत्तराखंड के सभी 13 जिलों के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आठ जिले बदायूं, बिजनौर, ज्योतिबा फूले नगर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, सहारनपुर व संभल शामिल हैं। बोर्ड के अधीन कई अटल उत्कृष्ट विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी दूसरी बार बोर्ड परीक्षा दी है। CBSE Board Result Out यह भी पढ़े |  छात्रों का इंतजार हुआ खत्म, UK बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट हुआ घोषित, हाईस्कूल में 89.14 और इंटर में 82.63 प्रतिशत रहा परिणाम, यहां करें चेक

Cyber Crime Alert : ठगों से रहे सावधान, कोरोना–19 वैक्सीन को बनाया जरिया, अगर इस न० से उठाई कॉल तो हो जाओगे कंगाल, भारत सरकार ने जारी किया अलर्ट

Cyber Crime Alert

उत्तराखंड (Cyber Crime Alert) में साइबर ठगों के लगातार नए-नए मामले सामने आ रहे हैं I कोई नौकरी तो कोई ऑनलाइन सामान की खरीद फरोद के नाम पर देहरादून वासियों के खून पसीने की कमाई लूट रहे है। उत्तराखंड में लगातार बढ़ते साइबर ठगी के मामलों ने उत्तराखंड पुलिस के अंतर्गत गठित की गई एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स की चुनौतियां बढ़ा दी है। अब साइबर ठगों ने कोविड काल में लगी वैक्सीन को भी ठगी का जरिया बना लिया है। भारत सरकार के द्वारा साइबर ठगी से बचने के लिए ऑफिशल वेबसाइट पर साइबर ठगों के द्वारा कोरोना वायरस के समय पर लगी वैक्सीन को लेकर जरिया बनIकर ठगी करने की जानकारी जारी की है। शासन के द्वारा साइट पर लिखा गया की अपराधी कोविड-19 वैक्सीन को जरिया बनाकर लोगों से पैसा लेने और उनके बैंक की जानकारी हासिल करने के लिए अपना निशाना बना रहे हैं। ठगों के द्वारा ठगी की प्रक्रिया बताते हुए लिखा गया कि साइबर ठग लोगों को मैसेज के द्वारा वैक्सीन के लिए योग्य होने और फोन के द्वारा एनएचसी और नजदीकी मेडिकल शॉप वाले बनकर लोगों से ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। Cyber Crime Alert सरकार के द्वारा ठगों के द्वारा की जा रही ठगी से बचने के लिए या उसकी जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, साथ ही बताया गया कि कॉविड-19 से जुड़ी किसी भी जानकारी या सर्वे के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 1921 नंबर से फोन किया जाएगा I इसके अलावा किसी दूसरे फोन नंबर से यदि कॉल आती है तो वह फ्रॉड है। हेल्पलाइन नंबर किया गया जारी | Cyber Crime Alert 1921 PIB के द्वारा व्हाट्सएप के जरिए जनता को स्कैम से अलर्ट करने के लिए एक मैसेज फॉरवर्ड किया जा रहा है। जिसमें जनता को स्कैम से सावधान रहने की अपील की गई है। फॉरवर्ड किए जा रहे मैसेज में ठगों के द्वारा किए जा रहे फोन कॉल के न० की जानकारी देने के साथ ही अलर्ट और कॉल आने पर तुरंत 1921 पर कॉल करने की अपील की गई है। Cyber Crime Alert 912250041117 न० की कॉल उठाने के बाद आपका फोन हैक और ब्लॉक होने के साथ साइबर ठग आपकी बैंक की जानकारी भी हासिल कर लेते हैं। इस न० से रहे सावधान | Cyber Crime Alert 912250041117 यह भी पढ़े | 5 करोड़ साइबर क्राइम से निपटेगी एसओपी, सीईआरटी–यूटीके वेबसाइट का होगा निर्माण |

Whatsapp Update India : क्या भारत में बैन हो जायेगा व्हाट्सएप ? वॉट्सएप सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 को चुनौती दे रही, मामला लंबित

Whatsapp Update India

भारत सरकार (Whatsapp Update India) समय-समय पर कुछ एप्लीकेशंस को भारत में प्रतिबंध करती आ रही है। भारत सरकार जनता की गोपनीयता और पड़ोसी देश देश से विवाद के चलते समय-समय पर विदेशी प्रतिबंध करती हैं। साल 2022 में भारत सरकार ने 54 चाईनीज एप के साथ ही गरेना फ्री फायर, एप लॉक प्रतिबंध किया था। अब इसी क्रम में भारत में व्हाट्सएप की सर्विस बंद करने को लेकर व्हाट्सएप के द्वारा भारत सरकार को चेताया गया है आपको बता दें की दिल्ली हाई कोर्ट में व्हाट्सएप में कहा कि अगर व्हाट्सएप्प को मैसेज इंक्रिप्ट तोड़ने के लिए कहा गया तो मैसेजिंग प्लेटफार्म भारत में अपने सर्विस बंद कर देगा आपको बता दें कि व्हाट्सएप में यह भी कहा कि भारत में 40 करोड़ यूजर मुख्य रूप से प्राइवेसी फीचर्स को ध्यान में रखते ही व्हाट्सएप इस्तेमाल करते हैं भारत सरकार के द्वारा मैसेज इंक्रिप्शन तोड़ने को लेकर वॉट्सएप सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 को चुनौती दे रही है। Whatsapp Update India जानें कौन से एप पूर्व में हो चुके बैन | Whatsapp Update India कौन करता है एप बैन | Whatsapp Update India भारत में एप्लीकेशन को अधिकतर मिनिस्ट्री ऑफ़ इनफर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड इलेक्ट्रॉनिक्स संभालती है, लेकिन गृह मंत्रालय रक्षा मंत्रालय या साइबर क्राइम ग्रुप को किसी अप के खिलाफ कोई शिकायत मिलती है या कोई ऐप गलत तरीके से ऑपरेट की जा रही है तो यह सब विभाग भी उसे ऐप को भारत में बैन कर सकते है। व्हाट्सएप ने भारत में अपने प्लेटफार्म पर संदेशों के स्रोतों को ट्रेस करने और उसकी पहचान करने से जुड़े नियम को चुनौती दी है व्हाट्सएप का कहना है कि इससे उसे अपने और तू एंड इंक्रिप्शन को तोड़ना होगा इस कारण यूजर्स की प्राइवेसी का उल्लंघन हो सकता है प्लेटफार्म ने इस नियम को लेकर भारत में सर्विस बंद करने की चेतावनी दी है। Whatsapp Update India यह भी पढ़े | Voter Helpline App : मतदाता पर्ची के लिए नहीं भटकेगी जनता, घर बैठे देख और निकाल सकेंगे पर्ची, जाने क्या है Voter Helpline App

Kisan Andolan: 10 मार्च को ‘रेल रोको’ प्रदर्शन की तैयारी, 6 मार्च को करेंगे कूच

Kisan Andolan

किसान (Kisan Andolan)अपनी सभी मांगों को स्वीकार कराने के लिए केंद्र पर दबाव बनाते हुए “दिल्ली चलो” मार्च को आगे लेकर जा रहे हैं। रविवार, 3 मार्च के दिन किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के बीच सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले प्रदर्शनकारी किसान शांति से दिल्ली की ओर मार्च करेंगे। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि 10 मार्च को दोपहर 12:00 से शाम 4:00 तक देश भर में ‘रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। किसान नेता ने इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए लोगों का समर्थन मांगा है। किसान नेता ने कहा “हमारा दिल्ली कूच करने का कार्यक्रम वैसा ही है, हम उससे पीछे नहीं हटे हैं। यह निर्णय लिया गया है कि हम सीमाओं पर अपनी ताकत बढ़ाएंगे। 6 मार्च को देशभर के किसान दिल्ली आएंगे। ट्रेन, बस, हवाई मार्ग से दिल्ली जाएंगे और हम देखेंगे कि सरकार हमें वहां बैठने की अनुमति देगी या नहीं।” Kisan Andolan अब तक कहां पहुंचे किसान (Kisan Andolan) इस समय हजारों की संख्या में किसान अपने ट्रैक्टर– ट्रॉलियों और ट्रकों के साथ हरियाणा- पंजाब की सीमा पर और खन्नौरी – शंभू में रुके हुए हैं। अब तक किसान अपनी बहुत सी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी तक मार्च कर चुके हैं। दूसरी ओर फसलों की सुरक्षा के लिए सरकार ने सुरक्षा बलों द्वारा किसानों को रोक दिया था। यह भी पढ़ें आम जनता के लिए खुले बीएपीएस मंदिर के द्वार, सुबह 9:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक कर सकेंगे दर्शन, ड्रेस कोड भी किया गया जारी

जीआई टैग वाले सुपरफूड की खोज करें: ओडिशा की लाल चींटी की चटनी, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती एक पाक व्यंजन

ओडिशा की लाल चींटी की चटनी, जिसे काई चटनी के नाम से जाना जाता है, को हाल ही में प्रतिष्ठित भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग दिया गया है। यदि आपने इसके बारे में पहले नहीं सुना है, तो लाल चींटी की चटनी नमक, अदरक, लहसुन और मिर्च के मिश्रण को पीसकर बनाई जाती है। इसे अनोखा बनाने वाली बात यह है कि इसमें ओडिशा के मयूरभंज जिले में पाई जाने वाली लाल बुनकर चींटियों का उपयोग किया जाता है, जो अपने दर्दनाक डंक के लिए जानी जाती हैं। यह जानना दिलचस्प है कि जिले के सैकड़ों आदिवासी परिवार इन कीड़ों और चटनी को इकट्ठा करके और बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं। इस पारंपरिक व्यंजन ने झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे अन्य पूर्वी राज्यों में भी अपनी जगह बना ली है। माना जाता है कि अपने विशिष्ट स्वाद के अलावा, लाल चींटी की चटनी में औषधीय और पोषण संबंधी गुण भी होते हैं। इसे प्रोटीन, कैल्शियम, जिंक, विटामिन बी-12, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत माना जाता है। इन गुणों के कारण इसे मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र बूस्टर के रूप में प्रतिष्ठा मिली है, जो संभावित रूप से अवसाद, थकान और स्मृति हानि जैसी स्थितियों के प्रबंधन में सहायता करता है। दिलचस्प बात यह है कि लाल बुनकर चींटियों जैसे कीड़ों को एक स्थायी प्रोटीन स्रोत के रूप में खोजा जा रहा है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, पारंपरिक पशु प्रोटीन स्रोतों का पर्यावरणीय पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है, जो कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन जैसी गर्मी-रोकने वाली गैसों के उत्सर्जन में योगदान देता है। हमारे आहार में कीड़ों को शामिल करने से इन उत्सर्जन को कम करने और अधिक टिकाऊ खाद्य प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। काई चटनी के लिए हालिया जीआई टैग इसके अद्वितीय गुणों और उत्पत्ति पर प्रकाश डालता है, जो ओडिशा की पाक और सांस्कृतिक विरासत में इसके महत्व पर जोर देता है। पिछले गुरुवार को भारत के छह अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 17 उत्पादों को जीआई टैग से सम्मानित किया गया। यह टैग न केवल किसानों और व्यापारियों को अपने उत्पादों की ब्रांडिंग करने में मदद करता है बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि उपभोक्ता उनकी गुणवत्ता और प्रामाणिकता को पहचानें और उसकी सराहना करें। यह ध्यान देने योग्य है कि किसी भी व्यापारी का निकाय, संघ या संगठन ऐतिहासिक रिकॉर्ड और वस्तु की विशिष्टता और उत्पादन प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी प्रदान करके जीआई टैग के लिए आवेदन कर सकता है। जीआई टैग की खूबी यह है कि वे लोकप्रिय उत्पादों तक सीमित नहीं हैं; विभिन्न राज्यों में ऐसे सैकड़ों लोग हैं जो विशिष्ट क्षेत्रों और उत्पादों को पहचानते हैं। जीआई टैग के बारे में समझने का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि टैग किए गए उत्पादों के लिए कच्चा माल जरूरी नहीं कि विशिष्ट क्षेत्र से ही आए। जब तक उत्पादन प्रक्रिया विशिष्ट मानदंडों का पालन करती है, तब तक उत्पाद जीआई टैग अर्जित कर सकता है, जब तक कि यह कृषि टैग न हो। इसलिए, यदि आपको कभी जीआई टैग वाली लाल चींटी की चटनी का जार मिलता है, तो आप निश्चिंत हो सकते हैं कि यह ओडिशा की प्रामाणिक और पारंपरिक काई चटनी है। इन अद्वितीय और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्पादों को जीआई टैग के माध्यम से मान्यता और जश्न मनाते हुए देखना रोमांचक है।

भारत का आदित्य-एल1 सौर मिशन कुछ ही घंटों में सफलतापूर्वक गंतव्य तक पहुंच गया, लैग्रेंज प्वाइंट पर कक्षा में प्रवेश किया

भारत का महत्वाकांक्षी सौर अवलोकन मिशन, आदित्य-एल1, सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में अपने गंतव्य तक पहुंच गया है, लैग्रेंज बिंदु पर कक्षा में प्रवेश कर रहा है, सात वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित, अंतरिक्ष यान लगातार सूर्य का निरीक्षण करेगा, इसके गतिशील व्यवहार में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा और वैज्ञानिकों को समझने और भविष्यवाणी करने में मदद करेगा। सौर हवाएँ और विस्फोट। 3.78 बिलियन रुपये ($46 मिलियन) की मिशन लागत के साथ, भारत अमेरिका, जापान और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी सहित सूर्य का अध्ययन करने वाले देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है। यह मील का पत्थर सौर अनुसंधान में भारत के महत्वपूर्ण योगदान और वैश्विक अंतरिक्ष केंद्र बनने की उसकी आकांक्षाओं को दर्शाता है। भारत ने अपने पहले सौर अवलोकन मिशन, आदित्य-एल1 के साथ अंतरिक्ष अन्वेषण में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जो लैग्रेंज बिंदु 1 पर अपने अंतिम गंतव्य पर पहुंच गया है। यह अंतरिक्ष यान सूर्य का लगातार निरीक्षण करने और वैज्ञानिक अध्ययन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आदित्य-एल1 सात वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित है जो सौर कोरोना, प्रकाशमंडल और क्रोमोस्फीयर सहित सूर्य के विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण और अध्ययन करने में मदद करेगा। सौर गतिविधि पर डेटा इकट्ठा करके, इस मिशन का उद्देश्य वास्तविक समय में सूर्य के व्यवहार और पृथ्वी और निकट-अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव के बारे में हमारी समझ को बढ़ाना है। इस मिशन को शुरू करके, भारत संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी सहित उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है, जो सक्रिय रूप से सूर्य का अध्ययन कर रहे हैं। सूर्य के प्रकाशमंडल और क्रोमोस्फीयर में अंतर्दृष्टि प्रदान करने की आदित्य-एल1 की क्षमता वैज्ञानिकों को सौर हवाओं या विस्फोटों की बेहतर भविष्यवाणी करने में सहायता करेगी। मिशन की लागत 3.78 बिलियन रुपये ($46 मिलियन) है, लेकिन आदित्य-एल1 द्वारा एकत्र किया गया मूल्यवान डेटा सूर्य की गतिशील प्रकृति को समझने और उपग्रहों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा। अमेरिका और ईएसए जैसे अन्य देशों ने भी अनुसंधान के इस क्षेत्र में वैश्विक रुचि को उजागर करते हुए, सूर्य का अध्ययन करने के लिए अपने स्वयं के मिशन शुरू किए हैं। आदित्य-एल1 के कई वैज्ञानिक उद्देश्य हैं, जिनमें कोरोनल हीटिंग, सौर पवन त्वरण और सौर वायुमंडलीय गतिशीलता का अध्ययन शामिल है। पांच साल के नाममात्र जीवनकाल के साथ, यदि आवश्यक हुआ तो मिशन को संभावित रूप से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा बढ़ाया जा सकता है। आदित्य-एल1 की यात्रा 2 सितंबर, 2023 को शुरू हुई, जब इसे अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया। चार महीने की यात्रा के बाद, अंतरिक्ष यान 6 जनवरी, 2024 को अपने गंतव्य कक्षा में पहुंचा। अंतरिक्ष यान सात वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित है जिन्हें सौर अनुसंधान के लिए स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। दिसंबर 2023 में, इसरो ने आदित्य-एल1 के एसयूआईटी पेलोड द्वारा ली गई सूर्य की पूर्ण-डिस्क छवियां जारी कीं, जो मिशन के दौरान एकत्र किए जाने वाले मूल्यवान डेटा की एक झलक प्रदान करती हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि पीएसएलवी रॉकेट के ऊपरी चरण जिसने आदित्य-एल1 को लॉन्च किया था, ने निजी फर्म बेलाट्रिक्स एयरोस्पेस द्वारा प्रयोगों की भी मेजबानी की थी। यह न केवल अंतरिक्ष की खोज करने बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष केंद्र बनने के भारत के प्रयासों को उजागर करता है। भारत का आदित्य-एल1 सौर अवलोकन मिशन सूर्य और हमारे ग्रह पर इसके प्रभाव के बारे में हमारे ज्ञान को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। अपने वैज्ञानिक उपकरणों और मिशन उद्देश्यों के साथ, यह अंतरिक्ष यान सौर गतिविधि की हमारी समझ में महत्वपूर्ण योगदान देगा और अंतरिक्ष में हमारे तकनीकी बुनियादी ढांचे की रक्षा करने में मदद करेगा।

प्रीमियमाइजेशन, एआईओटी और ओमनीचैनल रणनीति पर Xiaomi का फोकस भारत में शीर्ष प्राथमिकताओं के रूप में सामने आया

Xiaomi ने प्रीमियमाइजेशन, AIoT और ओमनीचैनल रणनीति के साथ भारत के स्मार्टफोन बाजार पर हावी होने का लक्ष्य रखा है Xiaomi अगले कुछ वर्षों के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित कर रहा है क्योंकि उसका लक्ष्य भारत का शीर्ष स्मार्टफोन और AIoT ब्रांड बनना है। कंपनी ने प्रीमियमीकरण पर ध्यान केंद्रित करने और अपने ग्राहकों को एक एकीकृत स्मार्टफोन और एआईओटी अनुभव प्रदान करने की अपनी योजनाओं की रूपरेखा तैयार की है। भारतीय स्मार्टफोन बाजार में 5G तकनीक से विकास होने की उम्मीद है, Xiaomi इस विस्तार में सबसे आगे रहना चाहता है। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, Xiaomi अनुसंधान और विकास में अपने निवेश का लाभ उठाएगा, विशेष रूप से नई क्षमताओं वाले चिपसेट के लिए जेनरेटिव एआई में। यह कदम कंपनी की नवप्रवर्तन और प्रतिस्पर्धा में आगे रहने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। Xiaomi सहित चीनी स्मार्टफोन निर्माता सरकारी जांच और कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करने के बाद भारत में बाजार हिस्सेदारी हासिल करना चाह रहे हैं। Xiaomi ऑनलाइन चैनलों पर अपनी निर्भरता कम करने और व्यापक ग्राहक आधार तक पहुंचने के लिए देश में अपनी ऑफ़लाइन खुदरा उपस्थिति का विस्तार कर रहा है। उत्पाद पेशकश के संदर्भ में, Xiaomi ने एक सुव्यवस्थित उत्पाद पोर्टफोलियो को बनाए रखते हुए विभिन्न मूल्य खंडों में 5G डिवाइस पेश करने की योजना बनाई है। यह रणनीति 5G उपकरणों की बढ़ती मांग और भारत में चुनाव के दौरान स्मार्टफोन की बिक्री में संभावित वृद्धि के अनुरूप है। Xiaomi डिवाइस की बात करें तो POCO F5 भारत में Xiaomi हाइपरओएस स्टेबल अपडेट प्राप्त करने वाला पहला डिवाइस बन गया है। हालाँकि अपडेट अभी बीटा में है और यूरोपीय क्षेत्र में परीक्षकों के लिए उपलब्ध है, यह POCO F5 में उन्नत प्रदर्शन और नए अनुकूलन लाता है। अपडेट एंड्रॉइड 14 पर आधारित है और इसमें नवीनतम सुरक्षा पैच शामिल है। अन्य क्षेत्रों में POCO F5 के उपयोगकर्ता जल्द ही Android 14 हाइपरओएस अपडेट प्राप्त करने की उम्मीद कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, अन्य POCO फोन को 2024 की पहली तिमाही में अपडेट प्राप्त होने की उम्मीद है। हाइपरओएस अपडेट को उपयोगकर्ताओं द्वारा अत्यधिक महत्व दिया जाता है क्योंकि यह AOSP फाउंडेशन पर आधारित है और वैश्विक सौंदर्यशास्त्र का परिचय देता है। कुल मिलाकर, Xiaomi की भारतीय स्मार्टफोन और AIoT बाजार पर हावी होने की योजना कंपनी की क्षमताओं में उसके विश्वास और अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। प्रीमियमीकरण, नवप्रवर्तन और ऑफ़लाइन खुदरा उपस्थिति का विस्तार करने पर अपने ध्यान के साथ, Xiaomi का लक्ष्य भारत में एक अग्रणी स्मार्टफोन ब्रांड के रूप में अपनी स्थिति को पुनः प्राप्त करना है।

भारत और दक्षिण कोरिया ने श्रीलंका और बांग्लादेश में संयुक्त परियोजनाओं पर सहयोग किया

भारत और दक्षिण कोरिया श्रीलंका और बांग्लादेश में एकजुट हो रहे हैं, क्योंकि वे पूर्वी एशिया से परे अपने रणनीतिक हितों का विस्तार कर रहे हैं। दक्षिण कोरिया की नई दक्षिणी नीति और चीन के प्रभाव का मुकाबला करने के भारत के उद्देश्य के साथ, सहयोग से परियोजनाओं को वितरित करने और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। व्यापार, निवेश, रक्षा और प्रौद्योगिकी पर चर्चा इस बढ़ती साझेदारी में सबसे आगे रही है, जो आर्थिक सहयोग और तकनीकी प्रगति की संभावनाओं पर प्रकाश डालती है। भारत और दक्षिण कोरिया श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे देशों में संयुक्त परियोजनाएं विकसित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। यह सहयोग पूर्वी एशिया से परे अपने रणनीतिक हितों का विस्तार करने के दोनों देशों के प्रयासों का हिस्सा है। दक्षिण कोरिया, विशेष रूप से, अपनी “न्यू सदर्न पॉलिसी” के माध्यम से आसियान और भारत के साथ संबंधों को मजबूत करना चाहता है। अपनी प्रतिबद्धता के संकेत के रूप में, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यूं सुक-येओल रणनीतिक प्रौद्योगिकियों, इंडो-पैसिफिक महासागर पहल और चीन से संबंधित मामलों पर चर्चा करने के लिए भारत की यात्रा की योजना बना रहे हैं। दूसरी ओर, भारत का लक्ष्य चीन के क्षेत्रीय आर्थिक प्रभाव का मुकाबला करने और तीसरे देशों में परियोजनाएं पहुंचाने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और जापान जैसे प्रमुख देशों के साथ साझेदारी करना है। G20 शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति यून ने व्यापार और निवेश से लेकर रक्षा, अर्धचालक और बैटरी प्रौद्योगिकियों तक विषयों पर चर्चा की। यह रणनीतिक प्रौद्योगिकियों पर भारत, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच बढ़ती साझेदारी को उजागर करता है। दरअसल, दक्षिण कोरिया और अमेरिका महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर भारत सहित समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ परामर्श करने पर सहमत हुए हैं। दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री पार्क जिन और भारत के बीच चर्चा वाणिज्य, निवेश और प्रौद्योगिकी पर केंद्रित रही। यह सहयोग द्विपक्षीय संबंधों पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का प्रतीक है और विकास और तकनीकी प्रगति के लिए भारत की क्षमता पर प्रकाश डालता है। आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए, ROK-भारत व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) को उन्नत किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, कोरिया की इंडो-पैसिफिक रणनीति के अनुरूप, विदेशी मामलों और रक्षा में उच्च स्तरीय आदान-प्रदान के माध्यम से भारत और दक्षिण कोरिया के बीच रणनीतिक साझेदारी बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा, भारत के साथ एक त्रिपक्षीय प्रौद्योगिकी वार्ता 2024 में शुरू की जाएगी, जो महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित होगी। श्रीलंका और बांग्लादेश में संयुक्त विकास परियोजनाएं भारत और दक्षिण कोरिया के लिए अपने सहयोग को मजबूत करने और क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए एक मंच के रूप में काम करती हैं। भारत की हिंद-प्रशांत महासागर पहल में दक्षिण कोरिया की भागीदारी क्षेत्रीय सहयोग और जुड़ाव के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह सहयोग आर्थिक सहयोग से परे है और इसमें रक्षा और रणनीतिक प्रौद्योगिकियों पर चर्चा शामिल है। कुल मिलाकर, भारत और दक्षिण कोरिया के बीच सहयोग उनके साझा हितों और पारस्परिक विकास की क्षमता को उजागर करता है। साथ मिलकर, वे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं, खुद को क्षेत्र में प्रमुख खिलाड़ियों के रूप में स्थापित कर रहे हैं।