Bird Flu Alert In Uttarakhand Zoo: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के संक्रमण से एक बाघिन की मौत के बाद पूरे राज्य और उत्तराखंड में वन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। संक्रमण की आशंका को देखते हुए नैनीताल और देहरादून चिड़ियाघरों में एहतियाती उपाय तेज कर दिए गए हैं।
नैनीताल चिड़ियाघर में कड़ी निगरानी
आपको बता दें, उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। गोरखपुर चिड़ियाघर में बाघिन ‘शक्ति’ की बर्ड फ्लू (H5N1) संक्रमण से मृत्यु की पुष्टि होने के बाद, राज्य के सभी चिड़ियाघरों और इटावा लायन सफारी को 20 मई 2025 तक अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
नैनीताल चिड़ियाघर के निदेशक एवं डीएफओ नैनीताल वन प्रभाग, चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। फिलहाल किसी भी वन्यजीव में संक्रमण के लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन सभी जानवरों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है और निरंतर निगरानी रखी जा रही है। साथ ही, कर्मचारियों को सतर्क कर दिया गया है और उन्हें बर्ड फ्लू से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। चिड़ियाघर में तैनात दो पशु चिकित्सक नियमित रूप से निरीक्षण कर रहे हैं।
देहरादून चिड़ियाघर में विशेष सावधानी
इसके साथ ही, देहरादून चिड़ियाघर में भी बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है। प्रभारी रेंजर विनोद के अनुसार, वन्यजीवों के भोजन में अब चिकन को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अलावा, रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बाहर से पक्षियों को लाने पर भी अस्थायी रोक लगा दी गई है।
बढ़ाई गई निगरानी और स्वच्छता
दोनों चिड़ियाघरों में साफ-सफाई और सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया को और सघन कर दिया गया है। वन विभाग की टीमें नियमित रूप से चिड़ियाघर परिसरों का निरीक्षण कर रही हैं और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।
बर्ड फ्लू की इस घटना ने वन्यजीव विभाग को सतर्क कर दिया है। हालांकि नैनीताल और देहरादून में अभी कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन वन विभाग ने वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए निगरानी और सतर्कता बढ़ा दी है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।