Campaign start Against Drugs by NCORD: प्रदेश में युवाओं के बीच नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को लेकर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने गहरी चिंता जताते हुए गुरुवार को सचिवालय में आयोजित राष्ट्रीय नार्को समन्वय पोर्टल (NCORD) की बैठक की अध्यक्षता में उन्होंने नशे के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान तेज करने के निर्देश दिए।
आपको बता दें, मुख्य सचिव ने नशे की रोकथाम के लिए एसएसपी (एसटीएफ) नवनीत सिंह को पूर्ण स्वतंत्रता देते हुए उन्हें सिंगल प्वाइंट नोडल अधिकारी नियुक्त किया। साथ ही, उन्होंने कहा कि नशे के ईको सिस्टम को तोड़ने के लिए प्रदेश में एक साथ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रमुख निर्देश व निर्णय
- प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी और एसपी शैक्षणिक संस्थानों व हॉस्टलों के प्रमुखों से संपर्क कराएं और मेडिकल परीक्षण सुनिश्चित कराएं।
- स्वास्थ्य विभाग जांच उपकरण और सामग्री उपलब्ध कराएगा।
- ड्रग इंस्पेक्टरों को भी अभियान में सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा।
- जो अधिकारी कार्य में लापरवाही बरतेंगे, उन पर कार्रवाई तय की जाएगी।
- प्राइवेट नशामुक्ति केंद्रों का भौतिक निरीक्षण कर गुणवत्ता की समीक्षा की जाएगी।
- नशा छोड़ चुके युवाओं को एनसीसी, एनएसएस और महिला मंगल दल जैसी गतिविधियों से जोड़ा जाएगा।
वृहद स्तर पर जागरूकता अभियान
इसके अलावा मुख्य सचिव ने गृह, सूचना, उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग को मिलकर एक दिन तय कर वृहद जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। इसमें सोशल मीडिया एवं इन्फ्लुएंसर्स की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
सरकारी भवनों का नशामुक्ति केंद्रों के रूप में प्रयोग
तो वहीं, सीएस ने कहा कि खाली पड़े सरकारी भवनों का उपयोग नशा मुक्ति व मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों के रूप में किया जा सकता है। रायवाला स्थित ओल्ड एज होम भवन समेत तैयार भवनों में अगले एक माह के भीतर केंद्र शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलाधिकारियों को ऐसे भवनों की रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजने को कहा गया है।
बता दें, इस बैठक में सचिव शैलेश बगोली, डॉ. आर. राजेश कुमार, डॉ. रंजीत सिन्हा, अपर सचिव गृह निवेदिता कुकरेती, रंजना राजगुरु व एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।