संस्कृति और विरासत का संरक्षण: विश्व पर्यटन दिवस का महत्व

World Tourism Day: हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। यह दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन के महत्व को समझाने और उसे बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा किया जाता है। इसका उद्देश्य पर्यटन के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव को उजागर करना है। विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत 1980 में हुई थी। इस दिन को मनाने का निर्णय 1979 में UNWTO की आम सभा में लिया गया। पहले विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन 27 सितंबर 1980 को हुआ। इस दिन को चुनने का कारण यह है कि यह पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण गतिविधियों का समय है, जब लोग अपनी छुट्टियों की योजना बनाते हैं। विश्व पर्यटन दिवस का महत्व विश्व पर्यटन दिवस हमें याद दिलाता है कि पर्यटन केवल एक उद्योग नहीं है, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों, लोगों और प्राकृतिक स्थलों के बीच का एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य न केवल पर्यटन के महत्व को पहचानना है, बल्कि इसे स्थायी और जिम्मेदार बनाने के लिए सभी को प्रेरित करना भी है। हमें चाहिए कि हम इस दिन का उपयोग पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्थानीय समुदायों के विकास के लिए करें। विश्व पर्यटन दिवस न केवल पर्यटन के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह हमें एक समर्पित और जिम्मेदार पर्यटक बनने की प्रेरणा भी देता है। यह भी पढ़े | सीएम धामी ने विश्व पर्यटन दिवस की दी शुभकामनाएं, उत्तराखंड में पर्यटकों को किया आमंत्रित

World River Day: Connecting Ecosystems

World River Day

World River Day: World Rivers Day, observed on the fourth Sunday of September each year, is a global event that highlights the importance of rivers to our planet and communities. Rivers play a crucial role in providing fresh water, supporting biodiversity, and connecting ecosystems. They are essential for agriculture, drinking water, transportation, and recreation. When Was River Day First Celebrated? River Day was first celebrated in 2005, by the efforts of river advocate Mark Angelo. His vision was to raise awareness about the need to protect and restore the health of the world’s rivers, which are increasingly threatened by pollution, climate change, and unsustainable development. How River Day is Celebrated? Communities across the world mark this day by organizing river clean-ups, educational events, and activities that bring people closer to their local waterways. World Rivers Day reminds us that healthy rivers are vital to both nature and human well-being, and it encourages everyone to take action to preserve these vital natural resources. Also Read: 21 September – International Day of Peace (UN) 2024: History, Theme, Significance, Celebration, and Famous Quotes

World Bamboo Day 2024: जानिए बांस का महत्व और इतिहास

World Bamboo Day

World Bamboo Day 2024: 18 सितंबर को हर साल विश्व बांस दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन बांस के महत्व को उजागर करने और इसके संरक्षण की आवश्यकता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है। बांस न केवल आर्थिक और पारिस्थितिकी के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह विभिन्न सांस्कृतिक और सामाजिक पहलुओं में भी अपनी भूमिका निभाता है। बांस का महत्व | World Bamboo Day 2024 बांस को “हरित सोना” भी कहा जाता है। यह एक तेजी से बढ़ने वाला पौधा है, जो न केवल लकड़ी के विकल्प के रूप में काम आता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। बांस का उपयोग विभिन्न उद्योगों में किया जाता है, जैसे कि निर्माण, फर्नीचर, कागज, और सजावट। इसके अलावा, बांस मिट्टी की गुणवत्ता को सुधारता है और वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है, जिससे यह जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण हथियार बनता है। विश्व बांस दिवस का इतिहास | World Bamboo Day 2024 विश्व बांस दिवस की शुरुआत 2009 में हुई थी। इस दिन का उद्देश्य बांस की खेती, इसके उपयोग और इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। संयुक्त राष्ट्र ने 2018 में बांस के महत्व को मान्यता दी, जब उन्होंने इसे सतत विकास के लक्ष्यों में शामिल किया। यह दिवस विभिन्न संगठनों, सरकारों और बांस उत्पादकों के लिए एक मंच प्रदान करता है ताकि वे अपने अनुभव साझा कर सकें और बांस के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा दे सकें। बांस और Sustainable Development Goals (SDGs) World Bamboo Day 2024 बांस का उपयोग सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मददगार साबित हो सकता है। यह गरीबी उन्मूलन, पर्यावरण संरक्षण, और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बांस की खेती से स्थानीय समुदायों को रोजगार मिलता है और यह ग्रामीण विकास को भी बढ़ावा देता है। विश्व बांस दिवस हमें यह याद दिलाता है कि बांस केवल एक पौधा नहीं है, बल्कि यह एक जीवनशैली, एक अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। हमें इसे संरक्षित करने और इसके महत्व को समझने की आवश्यकता है। आइए, हम सभी मिलकर बांस के इस अनमोल संसाधन को संरक्षित करें और इसके उपयोग को बढ़ावा दें। इस विश्व बांस दिवस पर, हम सभी को बांस के प्रति जागरूकता फैलाने और इसके संरक्षण में योगदान देने का संकल्प लेना चाहिए। World Bamboo Day 2024 यह भी पढ़े | International Plastic Bag Free Day 2024: Celebrate with History, Quotes, and Eco-Friendly Travel Strategies Green Navratri: Simple Eco-Friendly Decor Ideas to Light Up Your Space

International Day Of Democracy: 15 सितंबर को पूरी दुनिया में मनाया जा रहा अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस, जानिए महत्व और इतिहास…..

International Day Of Democracy

भारत के साथ-साथ पूरे दुनिया भर में हर साल 15 सितंबर के दिन (International Day Of Democracy) अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया जाता है। 2008 में दुनिया भर में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया गया था। लोकतंत्र दिवस का महत्व (International Day Of Democracy) आज पूरी दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के लिए साल 2007 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसके बाद साल 2008 में पूरी दुनिया भर में पहली बार यह दिन मनाया गया।आपको बता दें अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस लोगों के बारे में और लोगों के लिए लोकतंत्र की महत्ता याद कराने का एक अवसर है। भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहा जाता है। किसी भी देश के लिए लोकतंत्र की विचारधारा को स्वीकार करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। जानिए लोकतंत्र दिवस का इतिहास (International Day Of Democracy) अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस एक प्रस्ताव के जरिए स्थापित किया गया था। इस प्रस्ताव को पूरे राष्ट्र महासभा में 8 नवंबर 2007 को लाया गया था, इसके बाद लोकतंत्र को प्रोत्साहित करने और मजबूत बनाने के लिए पारित किया गया था। आपको बता दे संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि समाज में मानवाधिकारों और कानून के नए नियम की हमेशा रक्षा की जाती है। अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के अस्तित्व का श्रेय लोकतंत्र पर यूनिवर्सल घोषणा को जाता है, जैसे 15 सितंबर 1997 को अंतर संसदीय संघ (IPU) के जरिए अपनाया गया था। अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस सभी लोगों के मूल अधिकारों को सुरक्षा और समर्थन को याद करने का एक महत्वपूर्ण दिन है। (International Day Of Democracy) यह भी पढ़ें साहित्यकारों को किया जाएगा पुरस्कृत, हिंदी दिवस पर घोषणा, 5 लाख रुपए…….

Putin Agrees On Peace Talk With Ukraine: पीएम मोदी के दौरे का यूक्रेन–रूस युद्ध पर बड़ा असर, शांति वार्ता को तैयार हुए रूस के राष्ट्रपति पुतिन, 2 साल से दोनो देशों के बीच चल रहा युद्ध

Putin Agrees On Peace Talk With Ukraine

Putin Agrees On Peace Talk With Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध से संबंधित एक बड़ी खबर सामने आ रही है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ शांति वार्ता को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा यूक्रेन के साथ रूस की संभावित शांति वार्ता में चीन, भारत और ब्राजील मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। आपको बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस के दौरे के बाद आया है। पीएम मोदी के दौरे का यूक्रेन–रूस युद्ध पर बड़ा असर | Putin Agrees On Peace Talk With Ukraine आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया में हुई यूक्रेन यात्रा के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा “भारत, चीन और ब्राजील किसी भी संभावित शांति वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं।” साथ ही उन्होंने कहा “हमने….ऐसा करने से कभी इंकार नहीं किया….इस्तांबुल में जिन बिंदुओं पर सहमति बनी थी….उसके आधार पर बातचीत को तैयार हैं।” शांति वार्ता को तैयार हुए रूस के पीएम पुतिन | Putin Agrees On Peace Talk With Ukraine भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते जुलाई महीने में रूस के दौरे पर गए थे। आपको बता दें उनका यह दौरा नाटो समेत के बीच आयोजित किया गया था, जिसके दौरान पीएम मोदी की राष्ट्रपति पुतिन को गले लगाते एक तस्वीर भी काफी चर्चाओं में रही थी। रूस के दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन के दौरे पर गए थे। 2 साल से दोनो देशों के बीच चल रहा युद्ध रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर भारत लगातार शांति की अपील कर रहा है। भारत इस मामले को लेकर जल्द से जल्द शांत करवाने का पक्ष हमेशा सामने रखना रहा है। अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेलेंस्की को ऑफर भी दिया था कि शांति की कोशिश में भारत सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार है। साथ ही उन्होंने जेलेंस्की को कहा ‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि शांति के हर प्रयास में भारत अपनी सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार है।’ यह भी पढ़े | Modi Embarks on Russia and Austria Tour, meeting with Putin raises tensions in Western Countries Putin will consider a ceasefire in Ukraine if current frontlines are recognized

Monkeypox Alert: क्या है मंकीपॉक्स वायरस, जानिए इसके लक्षण और बचने के उपाय……

Monkeypox Alert

मंकीपॉक्स क्या है? (Monkeypox Alert) मंकीपॉक्स एक वायरस जनित संक्रामक रोग है जो ज्यादातर अफ्रीका (Monkeypox Alert) के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। यह रोग “पॉक्सविरिडे” परिवार के वायरस द्वारा उत्पन्न होता है, जो चिकनपॉक्स और चेचक जैसे रोगों से संबंधित होता है। इसका नाम “मंकीपॉक्स” इसलिए पड़ा क्योंकि पहली बार इस वायरस की पहचान 1958 में बंदरों में की गई थी। मंकीपॉक्स के लक्षण (Monkeypox Alert) मंकीपॉक्स के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के बाद 7 से 14 दिनों के अंदर दिखाई देते हैं। इनमें शामिल हो सकते हैं: बुखार: उच्च तापमान जो सामान्य बुखार से ज्यादा होता है।राश: शरीर पर लाल और फफोले वाले दाने जो धीरे-धीरे गहरे हो जाते हैं।मांसपेशियों में दर्द: शरीर में दर्द और कमजोरी।गर्दन में सूजन: लिम्फ नोड्स में सूजन।थकान: सामान्य से ज्यादा थकावट और कमजोरी। कैसे फैल सकता है मंकीपॉक्स? (Monkeypox Alert) मंकीपॉक्स का प्रसार संक्रमित जानवरों से मानव में या फिर संक्रमित व्यक्तियों से दूसरे व्यक्तियों में हो सकता है। यह रोग इन तरीकों से फैल सकता है: सीधे संपर्क से: संक्रमित व्यक्ति की त्वचा के संपर्क में आने से।संक्रमित जानवरों से: विशेषकर उन जानवरों से जो बीमारी के वाहक होते हैं।संक्रमित वस्तुओं से: जैसे कि बिस्तर, तौलिया आदि जो संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किए गए हों। मंकीपॉक्स का उपचार और रोकथाम (Monkeypox Alert) मंकीपॉक्स का कोई खास इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए चिकित्सा देखभाल की जाती है। चिकित्सक बुखार और दर्द को कम करने के लिए दवाइयाँ देते हैं। अगर रोग गंभीर हो, तो खास देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। रोकथाम के उपायों में शामिल हैं: स्वच्छता का ध्यान रखना: व्यक्तिगत स्वच्छता और साफ-सफाई बनाए रखना।संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहना: अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं, तो उचित सावधानी बरतें।वैकसीन: चेचक की वैक्सीन से कुछ हद तक सुरक्षा मिल सकती है, मगर मंकीपॉक्स के लिए विशेष वैक्सीन की उपलब्धता अभी सीमित है। मंकीपॉक्स एक गंभीर लेकिन नियंत्रित किया जाने वाला रोग है। इसकी पहचान और उपचार समय पर किया जाए तो रोगियों को पूरे तरीके से ठीक किया जा सकता है। स्वच्छता और जागरूकता इस रोग के प्रसार को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर आप मंकीपॉक्स के लक्षण अनुभव करते हैं या संदेह है, तो तुरंत डाक्टर को सूचित करें । Monkeypox Alert यह भी पढ़ें अफ्रीकी देशों में तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स वायरस, अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत…….

Deadly Monkeypox Virus: अफ्रीकी देशों में तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स वायरस, अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत…….

Deadly Monkeypox Virus

अफ्रीकी देशों के साथ अमेरिका और यूरोप में भी तेजी से फैल (Deadly Monkeypox Virus) रहा मंकीपॉक्स वायरस। स्वीडन में मंकीपॉक्स के नए वेरिएंट ‘Clade l’ का पहला मामला आया सामने। अफ्रीकी देशों में तेजी से फैल रहा वायरस (Deadly Monkeypox Virus) आपको बता दे स्वीडन ने मंकीपॉक्स के एक नए वेरिएंट ‘Clade l’ के पहले मामले की पुष्टि कर दी है, जो कि अफ्रीकी महाद्वीप के बाहर का पहला मामला है। जानकारी के अनुसार स्वीडन में संक्रमित पाए गए इस शख्स को अफ्रीका के एक क्षेत्र में यह संक्रमण हुआ था। डबल्यूएचओ द्वारा मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है। पाकिस्तान में भी आए मामले सामने अफ्रीकी देशों के साथ अमेरिका और यूरोप के बाद पाकिस्तान में भी मंकीपॉक्स वायरस के तीन मरीज सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आने पर इन मरीजों में वायरस का पता चला। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन द्वारा दी गई चेतावनी (Deadly Monkeypox Virus) तेजी से फैल रही इस बीमारी के चलते वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने मंकीपॉक्स वायरस से सबको सावधान रहने की चेतावनी दी है। ज्यादातर यह बीमारी पश्चिम, मध्य और पूर्वी अफ्रीकी देशों में फैल रही है, जिसके साथ अमेरिका और यूरोप में भी मामले सामने आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार अब तक लगभग 100 से अधिक लोगों की मौत इस वायरस से हो चुकी है। Deadly Monkeypox Virus यह भी पढ़ें मुख्यमंत्री धामी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर दी सभी को बधाई, भारत माता की जय के लगे नारे…..

Vinesh Phogat Disqualify : भारत को लगा बड़ा झटका, 50 किलोग्राम गोल्ड मेडल बाउट के लिए आयोग घोषित हुई विनेश, पीएम मोदी ने दी सांत्वना

Vinesh Phogat Disqualify

Vinesh Phogat Disqualify: पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड मेडल बाउट के दिन भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट का वजन महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल गोल्ड मेडल बाउट के दिन ज्यादा पाया गया है, जिसके चलते उन्हें पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। जिस पर भारतीय ओलंपिक संघ के द्वारा बयान जारी कर कहा गया है की टीम के द्वारा रातभर किए गए बेहतरीन प्रयासों की बावजूद दिनेश फोगाट का वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम ज्यादा पाया गया। गोल्ड मेडल बाउट के लिए आयोग घोषित हुई विनेश | Vinesh Phogat Disqualify द इंडियन एक्सप्रेस के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल रैसलिंग स्वर्ण पदक बाउट से अयोग्य घोषित की गई विनेश फोगाट का वजन मंगलवार रात 2 किलोग्राम ज्यादा पाया गया था। जिसके चलते वह रात भर सोई नहीं और मापदंड को पूरा करने के लिए उन्होंने रात भर जॉगिंग से लेकर साइकलिंग तक सब एक्सरसाइज की। विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल बाउट के लिए अयोग्य घोषित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल बाउट वाले दिन अधिक वजन के कारण रेसलर विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने पर भारतीय ओलंपिक संघ आईओए के अध्यक्षा पीटी उषा से फोन पर बात कर उन्हें विनेश के केस में सभी विकल्प तलाशने और कड़ा विरोध दर्ज करने को कहा है। पीएम मोदी ने दी सांत्वना | Vinesh Phogat Disqualify प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर ट्वीट करते हुए विनेश फोगाट को सांत्वना देते हुए लिखा कि “विनेश आप चैंपियन की चैंपियन है। आप भारत का गौरव है और हर एक भारतीय के लिए प्रेरणा है। आज इस घटनाक्रम से दुख हुआ है। आप मजबूती के साथ वापस आइए। हम सब आपके साथ खड़े हैं।” विनेश फोगाट को डिहाइड्रेशन के चलते अस्पताल में भर्ती | Vinesh Phogat Disqualify ताज़ा मिली जानकारी के अनुसार ज्यादा वजन होने के कारण पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित की गई विनेश फोगाट को डिहाइड्रेशन के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरअसल वजन ज्यादा होने पर विनेश ने खाना नहीं खाया था और उन्होंने रातभर एक्सरसाइज की। जिसके चलते उन्हें डिहाइड्रेशन की समस्या हुई और अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। यह भी पढ़ें | Indian hockey team secures quarterfinal spot at Paris Olympics 2024, facing tough matches ahead Top 5 Countries with Most Gold Medals & India Leads in Hockey India’s 28-Member Athletics Team Announced

Farmworkers Appreciation Day 2024 : उनके महत्व और योगदान को समझें

Farmworkers Appreciation Day

Farmworkers Appreciation Day: 6 अगस्त को मनाया जाने वाला फार्मवर्कर एप्रिसिएशन डे, कृषि क्षेत्र में मेहनती व्यक्तियों को मान्यता देता है। यह उन लोगों के लिए कृतज्ञता से भरा दिन है जो यह सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं कि हमारी मेज कभी भी ताजा उपज से रहित न हो। इस दिन का महत्व कृषि श्रमिकों द्वारा समाज और अर्थव्यवस्था में किए गए अपार योगदान को स्वीकार करने से उत्पन्न होता है, और यह खाद्य उत्पादन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को प्रतिबिंबित करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन को मनाने के कई रूप हो सकते हैं, जैसे खेत में काम करने वालों से मिलना और व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद देना, उनकी महत्वपूर्ण भूमिका और उनके द्वारा सहन की जाने वाली कठिनाइयों के बारे में सोशल मीडिया पर जागरूकता बढ़ाना। यह कृषि श्रमिकों को सीधे समर्थन देने का भी एक मौका है, शायद उनके कार्यदिवस को आसान बनाने के लिए उन्हें जलपान या सुरक्षात्मक कपड़े लाकर या स्थानीय रूप से प्राप्त भोजन के मूल्य को समझने के लिए स्थानीय खेतों और बाजारों से जुड़कर। Farmworkers Appreciation Day प्रशंसा दिवस उनकी कड़ी मेहनत का सम्मान करता है | Farmworkers Appreciation Day यह प्रशंसा दिवस उनकी कड़ी मेहनत का सम्मान करता है और हमारे द्वारा प्रतिदिन उपभोग किए जाने वाले भोजन के साथ गहरी समझ और संबंध को प्रोत्साहित करता है, जिससे सभी के लिए अधिक टिकाऊ और उचित भोजन प्रणाली को बढ़ावा मिलता है। तो, फार्मवर्कर एप्रिसिएशन डे पर, आइए उन लोगों को धन्यवाद देने के लिए कुछ समय निकालें जो वास्तव में दुनिया को खाना खिलाते हैं। हर तरह की सराहना मायने रखती है, चाहे एक दयालु शब्द के माध्यम से, एक सहायक पोस्ट के माध्यम से, या उनके काम के बारे में अधिक जानने के माध्यम से। आख़िरकार, उनके बिना, हर जगह डाइनिंग टेबल बहुत कम रंगीन और बहुत अधिक खाली होंगी। Farmworkers Appreciation Day 1. अंतर्राष्ट्रीय कृषि श्रमिक प्रशंसा दिवस का महत्व 2. कृषि श्रमिकों की जीवनशैली और चुनौतियाँ 3. कृषि श्रमिकों के अधिकार और सुधार की जरूरत 4. वैश्विक कृषि श्रमिक: विविधता और समानता Farmworkers Appreciation Day 5. सरकार और समाज की भूमिका 6. भविष्य की दिशा: तकनीक और नवाचार यह भी पढ़ें |  Know the Date, History, Significance, and 24 Amazing Quotes on Friendship Cloves Syndrome Awareness Day 2024 World Lung Cancer Day 2024

All Eyes On Bangladesh :बांग्लादेशी सियासी उठापटक में फंसे 13 हजार भारतीय, पीएम आवास में लोगो ने को लूट

All Eyes On Bangladesh

All Eyes On Bangladesh: भारतीय सरकार ने बांग्लादेश की सियासी उठापटक और हिंसा को देखते हुए मंगलवार 6 अगस्त सुबह सभी दलों के साथ संसद में बैठक की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दलों को बांग्लादेश के घटनाक्रम से रूबरू कराया। साथ ही जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश में करीब 13000 भारतीय हैं और हालात अभी इतनी खराब है कि उन्हें निकालने की जरूरत पड़ सकती है। आपको बता दें कि मिली सूचना के अनुसार बांग्लादेश में चल रही हिंसा के बीच हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। स्थानीय हिंदुओं की दुकानों में लूटपाट की गई है और साथ ही कई लोगों के घर भी जला दिए गए हैं इतना ही नहीं बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ भी की गई है। कई लोगों ने हिंदुओं के घरों में घुसकर कई महिलाओं के साथ अत्याचार और दुष्कर्म भी किया। भारत ने बांग्लादेश में एक विश्वसनीय साथी खो दिया है | All Eyes On Bangladesh शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद भारत आने के कई मायने लगाए जा रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने का मतलब है भारत ने बांग्लादेश में एक विश्वसनीय साथी खो दिया है और भारत ने भी उनकी कई मौका पर मदद की है। अब भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि बांग्लादेश में सत्ता में कौन आएगा और सेवा प्रमुख की आगे क्या भूमिका रहेगी। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद से ही बांग्लादेशी राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना के इस्तीफे देने और उनके देश छोड़कर जाने को लेकर उनके बेटे संजीव वाजिद जॉय ने “इंडिया टुडे” से बात करते हुए कहा कि ‘मां का बांग्लादेश से रिश्ता खत्म हो गया है’। साथ ही उन्होंने कहा मां ने कुछ भी गलत नहीं किया है उन्होंने देश को एक बेहतरीन सरकार दी है। पीएम आवास में लोगो ने को लूट | All Eyes On Bangladesh शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर आने के बाद से ही बांग्लादेश के लोग पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के आवास से बकरी, बत्तख, मछली, सूटकेस के साथ टीवी उठाते दिखे। ऑनलाइन वायरल हो रही वीडियो में लोग साइकिल, रिक्शा और अपने कंधों पर पीएम आवास से चुराए गए सोफे और कुर्सियां भी ले जाते दिखे, तो कई लोगों ने पीएम आवास से गद्दे और पंखे तक चुरा लिए। आपको बता दे कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता और तत्कालीन राष्ट्रपति रहे शेख मुजीबुर्रहमान, उनकी पत्नी तीन बेटों, बहू और निजी स्टाफ की 1975 में सैन्य तख्तापलट के चलते हत्या कर दी गई थी। तब जर्मनी में होने के कारण हसीना और उनकी बहन रहना बच गई थी। आपको बता दें कि भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी ने उसे समय शेख हसीना को शरण दी थी। All Eyes On Bangladesh यह भी पढ़ें | सड़कों पर उतरे राज्य के बेरोजगार, 10 मांगों को लेकर किया सीएम आवास कूच, जाने क्या है पूरा मामला…..